राजधानी

ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को मिला एक और राष्ट्रीय पुरस्कार

ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को मिला एक और राष्ट्रीय पुरस्कार

‘‘छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा)’’ लगातार तीसरी बार पुरस्कृत

बहुआयामी जागरूकता कार्यशाला के आयोजन और ऊर्जा दक्ष उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मिला पुरस्कार

ग्रामीण क्षेत्र में ऊर्जा दक्ष उपकरणों को बढ़ावा देने कुल 77 ग्रामों को मॉडल ऊर्जा दक्ष ग्रामों में किया गया विकसित

56 स्वास्थ्य केन्द्र मॉडल ऊर्जा दक्ष स्वास्थ्य केन्द्र एवं 376 शासकीय स्कूल मॉडल ऊर्जा दक्ष शासकीय स्कूल के रूप में विकसित

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने क्रेड़ा की टीम और प्रदेशवासियों को दी बधाई

रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) को नई दिल्ली में  आयोजित समारोह में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्टार परफॉर्मेंस अवार्ड से पुरस्कृत किया गया। सोसाईटी ऑफ एनर्जी इजीनियर्स एण्ड मैनेजर्स - सीम द्वारा 21 सितम्बर को आयोजित 8वें नेशनल एनर्जी मैनेजमेंट अवार्ड समारोह में यह सम्मान दिया गया। श्री आलोक कटियार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा उक्त पुरस्कार को डॉ. अशोक कुमार, उप महानिदेशक, ऊर्जा दक्षता ब्यूरों, (बी.ई.ई.) भारत सरकार के उपस्थिति में प्राप्त किया गया। इस समारोह में क्रेडा की ओर से श्री संजीव जैन, मुख्य अभियंता एवं श्री राजीव ज्ञानी, अधीक्षण अभियंता भी उपस्थित रहें। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस पुरस्कार के लिए क्रेडा की टीम और प्रदेशवासियों को बधाई दी है।

उल्लेखनीय है कि लगातार 03 वर्षों (वर्ष 2020, 2021 एवं 2022 ) से क्रेडा को सीम द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य नामित एजेंसी के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ‘छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा)’ द्वारा विगत 11 वर्षों में प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण एवं ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई है। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी, भारत सरकार की च्।ज् परियोजना के अंतर्गत प्रथम एवं द्वितीय चरण में कुल 44 औद्योगिक संस्थानों द्वारा प्रदेश में लगभग 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्वीवेलेंट (MTO) ऊर्जा की बचत कर लगभग 6.67 मिलियन टन का कार्बन उत्सर्जन कम किया गया है।

इस परियोजना के तहत प्रदेश के उद्योगों को कुल दस लाख से भी अधिक एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। व्यावसायिक भवन क्षेत्र में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा दिये जाने हेतु राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता अधिसूचित किया गया है तथा राज्य में कुल 15 भवनों को ग्रीन भवन के रूप में प्रमाणित किया गया है तथा 8 शासकीय भवनों को स्टार रेटिंग नामित करने हेतु प्रस्ताव केन्द्र शासन को अग्रेषित किया गया है। आवासीय भवनों में इको निवास सहिता (ECO NIWAS Samhita) अंतर्गत ऊर्जा दक्ष भवन निर्माण तकनीक अपनाने हेतु प्रदेश के आवासीय परियोजनाओं ऊर्जा दक्ष बनाने हेतु सतत् कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में क्रेडा द्वारा 150 से ज्यादा जागरूकता कार्यक्रम इंजीनियर्स एवं आर्कीटेक्ट हेतु आयोजित किया गये है।

ग्रामीण क्षेत्र में ऊर्जा दक्ष उपकरणों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुल 77 ग्रामों को मॉडल ऊर्जा दक्ष ग्रामों में विकसित किया गया है। इसी तरह 56 स्वास्थ्य केन्द्रों को मॉडल ऊर्जा दक्ष स्वास्थ्य केन्द्र एवं 376 शासकीय स्कूलों को मॉडल ऊर्जा दक्ष शासकीय स्कूलों के रूप में विकसित किया गया है। स्कूली छात्र छात्राओं को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य सेक्रेडा द्वारा कुल 603 स्कूलों में ऊर्जा क्लब का गठन किया गया है तथा आगामी वर्ष में 1 हजार से भी अधिक शैक्षणिक संस्थानों में ऊर्जा क्लब गठन किये जाने का लक्ष्य है।

कृषि क्षेत्र में किसानों को ऊर्जा संरक्षण के विषय में क्रेडा द्वारा बहुआयामी जागरूकता कार्यशाला आयोजित किये गये है। जिसके तहत ऊर्जा दक्ष पंप के उपयोग से होने वाले ऊर्जा एवं पैसे के बचत के विषय पर राज्य के समस्त कृषि विज्ञान केन्द्रों में किसानों को जागरूक किया गया है। प्रदेश के शासकीय कार्यालय एवं संस्थानों ऊर्जा दक्ष उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने हेतु क्रेडा द्वारा सतत् प्रयास किये जा रहे है जिससे विद्युत खपत में कमी लाई जा सकें।

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