आत्म समर्पित एवं नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का मिला लाभ
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने किया शिविर का निरीक्षण
दंतेवाड़ा : जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा दंतेवाड़ा जिले के कारली में स्थित सामुदायिक भवन (पुराना हैनेक्स प्रिंटिंग यूनिट) में आज ’’लोन वर्राटू’’ (घर वापसी ) अर्थात आत्म समर्पित एवं नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के तहत विशेष सुविधा शिविर का आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन मुख्य सचिव के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी एवं पुलिस अधीक्षक श्री गौरव राय के मार्गदर्शन पर जिले में निवासरत आत्म समर्पित परिवार एवं नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों को केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित किया जाना है। इस कड़ी में उक्त सुविधा षिविर के अन्तर्गत समस्त विभाग जिसमें राजस्व, स्वास्थ्य,शिक्षा, आदिवासी विकास, विद्युत, महिला बाल विकास, क्रेडा, उद्योग, श्रम, कृषि, परिवहन, समाज कल्याण,कौशल विकास विभागों द्वारा इन परिवारों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से जैसे अन्य महत्वपूर्ण विभागों के द्वारा योजनाओं के संबंध में शिविर लगाया गया। शिविर में इन विभागों द्वारा अपने विभागीय योजनाओं को लेकर स्टॉल लगाए गये। जिसमें आत्म समर्पित एवं नक्सल हिंसा से पीड़ित परिवारों के लिए अपना आधार कार्ड, बैंक से संबंधित खाते भी खुलवाए जा रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा परिवारजनों का स्वास्थ्य जांच भी किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने मलेरिया डेंगू, सिकल सेल, एनीमिया जांच, एचआईवी, सुगर, टाइफाइड एवं अन्य जांच के साथ-साथ खान, पान, रहन-सहन एवं होने वाले बीमारियों का बचाव के संबंध में बारीकी से बताया गया।
इस दौरान शिविर में कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने विभाग प्रमुखों से शिविर में आए आत्म समर्पित परिवार एवं नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों के लगभग 157 परिवारों को केंद्र एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के साथ-साथ योजनाओं के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शिविर में आए परिवारजनों को अगर कोई शंकाएं हो तो संबंधित विभाग से अवश्य जानकारी लेवें। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार विश्व रंजन, एसडीएम श्री जयंत नाहटा पुलिस विभाग के अधिकारी सहित जिला स्तरीय विभागीय प्रमुख मौजूद थे।