रांची : झारखंड सरकार ने राज्य में गुटखा और पान मसाला बनाने, बेचने और स्टोर करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफ़ान अंसारी ने कहा है कि वो अपनी आंखों के सामने अपने युवाओं को मरते नहीं देख सकते हैं। ऐसे में गुटखा बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, जो भी गुटखा खाएगा या बेचेगा, उस पर कार्रवाई होगी। इरफ़ान अंसारी का कहना है कि राज्य भर में गुटखा-पान मसालों के गोदाम सील होंगे।
बता दें, झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर एक नोटिफ़िकेशन जारी किया है। इसमें बताय गया कि बैन, नोटिफ़िकेशन की तारीख़ से अगले एक साल तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस समीक्षा के आधार पर बैन की अवधि को आगे बढ़ाया जा सकता है, ये भी कहा गया कि गुटखा और पान मसाला बेचते हुए पाए जाने वाले व्यक्ति के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले, कैंसर दिवस यानी 4 फ़रवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में इरफान अंसारी ने इसे लेकर बात की थी। इस दौरान उन्होंने राज्य में मुंह के कैंसर के रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई थी। साथ ही, कहा था कि झारखंड में हर एक लाख लोगों में से लगभग 70 लोग कैंसर से पीड़ित हैं। इनमें से 40-45 रोगियों को मुंह का कैंसर है, जो मुख्य रूप से तंबाकू और गुटखा के सेवन के कारण होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, झारखंड ने 2020 में गुटखा और पान मसाला के 11 ब्रांड पर जून 2023 तक बैन लगाया था। ये बैन क़रीब डेढ़ साल तक चला. इस बार राज्य में गुटखा के अलावा निकोटीन और तंबाकू युक्त सभी तरह के पान मसाला पर बैन लगाय गया है। (एजेंसी)