विशेष रिपोर्ट

हर माह 25 लाख कमा रही AI गर्लफ्रेंड, दूर करती है पुरुषों का अकेलापन...

हर माह 25 लाख कमा रही AI गर्लफ्रेंड, दूर करती है पुरुषों का अकेलापन...

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के जरिए करोड़ों रुपये कमाने के तरीके बताए जाते हैं तो कई तरह के सुख सुविधाओं को देने का दावा भी किया जाता है. अब फॉक्सी एआई नाम की कंपनी ने एक मॉडल बनाई है, जो लाखों डॉलकर की कमाई कर करे दे रही है. लेक्सी लव नाम की यह एआई मॉडल इंसानों की तरह कई पुरुषों से भावनात्मक लगाव बना कर कंपनी के लिए करोड़ों कमा रही है और इसे रोज ही शादी के प्रस्ताव आते हैं.

लेक्सी के बारे में कहा जाता है कि वह इंसान ना होने पर भी, यह इंसानों की तरह भावनाओं को साझा करती है. यह देखने में किसी भी तरह से नकली या आभासी नहीं लगती है. यहां तक कि फैंस और प्रशंसकों के साथ इसके गहरी भावनाओं वाले लगाव हो जाते हैं.

देखने में यह मॉडल पूरी तरह से असली इंसान लगती है. इसके ब्लॉन्ड बाल हैं, नीली आंखें हैं और बहुत ही संतुलित और फिट शरीर है. यह आपको टेक्स्ट भेज सकती है, आवाज के संदेश भेज सकती है और आग्रह करने पर फोटो भी भेजती है. फॉक्सी एआई ने हाल ही में खुलासा किया है कि कैसे लैक्सी लव हजारों प्रशंसकों के जरिए चैटबोट से एक महीने में 30 हाजर रुपये महीना कमा लेती है.

लेक्सी लव एक आभासी मॉडल है और 24 घंटे काम करती है और हर समय चैट के लिए उपलब्ध रहती है. यह 30 से अधिक भाषाएं बोल सकती है और यही कारण है कि यह दुनिया के कोने कोने में प्रशंसकों से जुड़ी हुई है.

लैक्सी के बारे में कहा जाता है कि उसे हर महीने करीब 20 शादी के प्रस्ताव आते हैं. वहीं फॉक्सी एआई के सीईओ सैम इमारा का कहना है कि लेक्सी “तकनीकी बाधाओं” की दूर करने की मिसाल है. इतना ही नहीं यह एआई से अंतरक्रिया करने का तरीका भी बदल रही है.

बढ़ती लोकप्रियता के साथ लेक्सी आय का लाभदायक जरिया भी बन रही है. वेबसाइट से इंटरएक्शन से अब लेक्सी हर महीने 30 हजार डॉलर कमा कर दे रही है. इमारा का कहना है कि उसकी लोगों से जुड़ने की क्षमता और इंसान की तरह अनुभव देने एक मिसाल है. 

लेक्सी चैटिंग में इतनी अच्छी है कि वह अपने फैन्स को आसानी से यह अहसास दिला देती है कि वह कोई एआई मॉडल नहीं बल्कि वास्तविक इंसान है. यहां तक कि स्थिति यह है कि बहुत से पुरुष तो कंपनी से संपर्क करते हैं और उससे गुजारिश करते हैं कि कंपनी लेक्सी से उन्हें मिलवा दे. 

यह मॉडल केवल एक उदाहरण है कि कैसे एआई फेक इंसानी तस्वीरें बनाने में महारत हासिल कर चुका है और वो तस्वीरें कितनी वास्तविक इंसान की तरह लगती हैं. दुनिया के कई विशेषज्ञ इसके एक तरह से खतरे का स्पष्ट संकेत मान रहे हैं. 

एआई रोमान्स बोट के खतरे तेजी से बढ़ रहे हैं. अल्टिमा टेक सॉल्यूशन में सोशल इंजीनियरिंग प्रमुख रिचर्ड डि वेरे ने द सन को बताया कि स्कैमर्स एआई का उपयोग कर इस तकनीक का फायदा उठा सकते हैं. 

एआई मौसम की बातकर सकता है, आपके परिवार के बारे में जानकारी जुटा सकता है और उनका दिन कैसा गुजरा इसके बारे में बात कर सकता है. नई पीढ़ी के एआई के उत्पादों से ईमेल और मैसेजिंग ऐप के जरिए इंसानों से अलग करने बहुत ही मुश्किल है. 

मीडिया इनपुट 

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