प्रभात महंती
महासमुंद : शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिरकोनी की छात्राओं को आज छत्तीसगढ़ की जीवनदायनी नदी महानदी के सब्जी और फल की बाड़ियो का अवलोकन व्याख्याता परस राम सिन्हा के मार्गदर्शन में करवाया गया कृषक सन्तराम चक्रधारी, श्रीमती मोतिम चक्रधारी के बाड़ी में लगे खीरा, बरबट्टी, तरोई, तरबूज, खरबूज ,ककड़ी आदि फसलों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, सन्त राम चक्रधारी ने बताया कि रेत में पहले गड्ढा करके गोबर खाद भरा जाता है फिर बीज डालकर पौध रोपण किया जाता हैं
समय समय मे इन पौधों में रासायनिक खाद डाला जाता है कुछ फसल तीस से चालीस दिन, कुछ फसल साठ से सत्तर दिन में तैयार हो जाती हैं फिर मंडी वाले नदी में ही पहुंच कर इन फसलों को बाजार तक पहुंचाते हैं इन फसलों में पानी डालने की आवश्यकता नही पढ़ती पौधे अपने से ही पानी का अवशोषण कर लेते हैं फसल के लिए जैविक और रासायनिक दोनो ही खाद का उपयोग किया जाता है
तारिणी साहू, सिमर कोशले, गीतांजली बांधे, यामिनी साहू,कुन्ती साहू, योगिता चन्द्राकर, माही गायकवाड़, खुशबू चेलक, माया जोशी, जागृति साहू, मोनिका डहरिया ने रेत में होने वाली फसलों के सम्बन्ध में कृषक से अपने सवाल पूछे इन सवालों का कृषक ने कुशलता पूर्वक जवाब देकर शंका समाधान किया संस्था के प्रभारी प्राचार्य श्रीमती टामेश्वरी साहू ने कहा कि ऐसे क्रियाकलाप से छात्राओ के ज्ञान में वृद्धि होगी ,व्याख्याता रागिनी चन्द्राकर, श्रीमती अनुपमा मानिकपुरी, सन्तराम साहू, चित्रसेन साहू, श्रवण कुमार सिन्हा,मनहरण लाल भट्ट शिक्षक रेणुका चन्द्राकर, महेन्द्र ध्रुव, भानेन्द्र सिंह बिसेन, कार्यालयीन कर्मचारी केशव कन्नौजे, मनीषा राजपूत, दुलारी सहिस, सुरेखा मिश्रा ने छात्राओं के इस कार्य के लिये बधाई देकर उज्ज्वल भविष्य की कामना की