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झारखंड से बच्चों को लाकर दिल्ली-एनसीआर में करवाते थे ये काम... दंग कर देगा यह क्राइम, पुलिस ने पांच बदमाशों को दबोचा

झारखंड से बच्चों को लाकर दिल्ली-एनसीआर में करवाते थे ये काम... दंग कर देगा यह क्राइम, पुलिस ने पांच बदमाशों को दबोचा

फरीदाबाद : पांच बदमाशों का गैंग झारखंड से एनसीआर में आकर बच्चों से स्नैचिंग करवा रहा था। सेक्टर-30 और बदरपुर बॉर्डर की क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरोह को पकड़ा और 56 मोबाइल बरामद किए। इसमें दस आईफोन भी हैं। कई राज्यों में वारदात करने वाले यह बदमाश बच्चों को पैसों का लालच देकर अपने साथ लेकर आते थे, फिर उन्हें चोरी की ट्रेनिंग देकर साप्ताहिक बाजार व भीड़भाड़ इलाकों में वारदात करने भेज देते थे। यहां से चुराए गए मोबाइल पश्चिम बंगाल भेजकर बेच दिए जाते थे। फरीदाबाद में 12 मई को एडवोकेट शिव कुमार का मोबाइल सेक्टर सात की सब्जी मंडी से चोरी हो गया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद साइबर सेल की मदद से जांच शुरू हुई तो गिरोह पकड़ा गया। एसीपी क्राइम अमन यादव ने बताया कि आरोपियों में 28 साल देव कुमार, 25 वर्षीय मोहम्मद आबुयुद दुल मोमीन, 19 वर्ष का सुरजन कुमार, 20 वर्षीय आकाश और एक नाबालिग शामिल है। देव, सुरजन, आकाश और शेख चुल झारखंड के साहिबगंज के रहने वाले हैं। मोहम्मद आबुयुद दुल मोमीन पश्चिम बंगाल के मालदा का निवासी है। क्राइम ब्रांच इंचार्ज महेंद्र सिंह की टीम ने आरोपी देव कुमार का नागपुर महाराष्ट्र में होने का पता लगाया।

क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर की टीम के इंस्पेक्टर संदीप सिंह, मुख्य सिपाही अमित, दिनेश, सिपाही सहदेव, शमशेर और संदीप की टीम ने देव को 23 अक्टूबर को नागपुर से गिरफ्तार कर 36 मोबाइल बरामद किए। उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया।

बदरपुर बॉर्डर से हुई थी गिरफ्तारी
पूछताछ में अन्य आरोपियों का पता चला, जिसके बाद मोहम्मद आबुयुद दुला को बदरपुर बॉर्डर से 26 अक्टूबर को गिरफ्तार कर आठ फोन बरामद किए गए। आरोपी सुरजन, आकाश और नाबालिग को दिल्ली के मंडौली से 27 अक्टूबर को पकड़े गए। इनसे चार आईफोन मिले। आरोपी शेख चुल से भी छह आईफोन बरामद किए गए।

पश्चिम बंगाल में भेजते थे चोरी के मोबाइल
आरोपी देव कुमार गिरोह का सरगना है, जो फोन चोरी करता था। अब करीब दो साल से फोन चोरी व चोरी के फोन खरीदने लगा। मोहम्मद आबुयुद दुला चोरी के मोबाइल पश्चिम बंगाल में सप्लाई करता था। इसके लिए उसे एक चक्कर के लिए पांच हजार रुपये खर्च मिलता था। वह करीब 18 महीने से यह काम कर रहा था। आरोपी दिल्ली, एनसीआर, हैदराबाद और नागपुर में वारदात को अंजाम दे रहे थे। यहां अभी तक पांच वारदात कर चुके हैं। इन्होंने फरीदाबाद की सब्जी मंडी, मंगल बाजार, बल्लभगढ़, एनआईटी सेंट्रल एरिया में वारदात की है।

मीडिया इनपुट 

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