कादिर रज़वी
बगीचा : गर्मी की छुट्टियों में चल रहे समर कैम्प में सरकारी स्कूल के खेल कूद के साथ जीवन कौशल के तरीके सीख रहे हैं , वहीं पारम्परिक संस्कृति को भी नजदीक से समझ रहे हैं . समर कैम्प में स्थानीय ग्रामीण भी रूचि ले रहे हैं. फलस्वरूप शुक्रवार को बगीचा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल परसाडाँड़ में ग्रामीण महिला ने बच्चों को धान के बीजों की बालियों का पारम्परिक झालर बनाना सिखाया. महिला ने बच्चों को बताया की धान के गुत्थे हुए बालियों को लटकाकर रखने की परम्परा काफी पुरानी है. जिससे धान के बीज खराब नहीं होते और आगामी खेती में इन बीजों को बुआई के उपयोग में लाया जाता है.
प्राथमिक स्कूल बगडोल की टीचर् मोनिका गुप्ता ने दो ब्यंजनो के साथ लजीज खाना बनाना सिखाया. सलीके से कटे सलाद को बच्चों ने सलीके से सजाया था. बगीचा बीईओ एम आर यादव ने बताया की स्कूली विद्यार्थियों में शैक्षणिक विकास के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को अपने अंदर की प्रतिभाओं के अनुरूप अन्य गतिविधियों को करने के लिए मंच मिले सके. बीईओ यादव ने बताया की ब्लॉक के सभी स्कूल में समर कैम्प लगाए जा रहे हैं. बहरहल गर्मियों की छुट्टियां होने के वाबजूद बगीचा ब्लॉक के टीचर्स समर कैम्प में जुटे हुए हैं. वहीं बच्चों की प्रतिभा का निखरना भी स्वभाविक है.