
नितिन भांडेकर
हेमंत वर्मा डोंगरगांव एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
डोंगरगांव : पितृपक्ष में कोई भी शुभ कार्य नहीं करने की बात को आत्मसात करने वाले कांग्रेस पार्टी ने नवरात्र की प्रथम दिवस छत्तीसगढ़ की 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए इसमें बेहद चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं दरअसल कांग्रेस की आंतरिक सर्वे रिपोर्ट में 45% विधायकों की टिकट काटे जाने की अनुशंसा किया था और इस बात को केंद्रीय चुनाव प्रभारी से लेकर छत्तीसगढ़ के बड़े से बड़े नेता भी लगातार मीडिया के सामने रहते कहते हुए फिर रहे थे कि कुछ विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं परंतु यहां उलटी गंगा बहते हुए नजर आई खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र से यशोदा वर्मा को पुनः रिपीट किया गया है
जबकि यशोदा के जीतने के चांस रत्ती भर भी नहीं है उनकी जगह गिरवर जंघेल को उम्मीदवार बनाया जा सकता था इसी तरह डोगरगढ़ जो की धर्म नगरी के नाम से पूरे छत्तीसगढ़ में विख्यात है यहां के विधायक भूलेश्वर बघेल की टिकट काटी गई जबकि राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में भुवनेश्वर बघेल सर्वाधिक 34000 मतों से विजयी हुए हैं वहीं दूसरी ओर उनके जगह हर्षिता स्वामी बघेल को टिकट दिया गया है जो की एक महिला है एवं जिला पंचायत में वह भी रिकार्ड मतों से विजय हुए हैं अब बात कर लेते हैं डोगर गांव विधानसभा की तमाम सर्वे रिपोर्ट फीडबैक ग्रामीणों से बातचीत के आधार पर आला नेता दावा करते थे कि स्थानीय विधायक की टिकट कट सकती है लेकिन अंतिम दौर में ऐसा क्या हो गया कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबने वाले दलेशवर को पुनः रिपीट किया गया है