
बेमेतरा : कलेक्टर महादेव कावरे ने बैठक में अगले जून महीने में होने वाले कलेक्टर कान्फ्रेंस के लिए निर्धारित एजेण्डे की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बनी राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी का क्रियान्वयन पूरी क्षमता से करने की जरूरत है। जिलाधीश ने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करते हुए इस योजना का बेहतर क्रियान्वयन करे। जिला पंचायत के सीईओ ने बताया कि पहले चरण में जिले में 66 गौठान निर्माण का कार्य लिया गया है।
बेमेतरा ब्लाक के ग्राम बटार, बेरला के ग्राम साॅंकरा, नवागढ़ के नारायणपुर एवं साजा विकासखण्ड के ग्राम मौहाभाठा में माॅडल गौठान के रूप में चिन्हित किया गया है। श्री कावरे ने कहा कि जिले के प्रत्येक विकासखण्ड के एक-एक ग्राम पंचायत में बनाए जा रहे मॉडल गौठान में योजना के मूल स्वरूप के अनुरूप पशुधन के लिए जरूरी सुविधाएं अवश्य विकसित की जाए। ऐसी ग्राम पंचायतों के हर घर में एक-एक भू-नाडेप बनाए जाए। नाडेप के लिए महात्मा गाॅंधी नरेगा से धनराशि स्वीकृत की जाएगी। उन्होंने चारागाह में सीपीटी बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्री कावरे ने भू-जल स्तर की चर्चा करते हुए जिले के सभी नालों में जगह-जगह बोरी बंधान के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बारिश से पहले इसके लिए कार्य योजना बना ली जाए। बरसात के बाद अक्टूबर-नवम्बर में बोरी बंधान का कार्य अभियान चलाकर पूर्ण कर लिया जाए। कलेक्टर ने कहा कि नालों में इस प्रकार के छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बनाने से भू-जल स्तर बढ़ाने में निश्चित रूप से मदद् मिलेगी। नरवा विकास कार्यक्रम के तहत नाला का चयन कर डाइक कम बोल्डर, चेक डेम, परकोलेशन टैंक, स्टाॅप डेम, सील ट्रेक आदि का कार्य लिया जाएगा। गौठान के अंतर्गत सी.पी.टी., डब्ल्यू.ए.टी., प्लेट फार्म, पानी टंकी (कोटना), चबुतरा निर्माण, वर्मी, वर्मीबेड, पौधे हेतु खोदे गए गढ्ढों की संख्या, बोर, सोलर निर्माण कार्य, चारा/पैरा उपलब्धता, निर्मित कच्ची शेड/मचान की संख्या, पशुओ की उपस्थिति पंजी, गेट निर्माण, सोकपिट, टेªविस आदि कार्य शामिल है।
बैठक में कलेक्टर ने जिले में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने को कहा, केला, नारियल, पपीता और फूलों की खेती को बढ़ावा देने उन्होंने ने बारिश के पानी को आसपास के तालाबों में सुरक्षित करने के लिए नरवा योजना के तहत कार्य करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले के साजा विकासखण्ड के कुछ ग्राम पंचायतों में चारागाह एवं गौठान अतिक्रमण है उसे तत्काल हटाने की कार्यवाही करे। उन्होंने अुनविभागीय दण्डाधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।