कादिर रिज़वी
बगीचा : व्यहवार न्यायलय बगीचा में शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायधीश मंसूर अहमद , मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डमरूधर चौहान एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेश राज के दिशा निर्देशन में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया .जिसमें पीठासीन अधिकारी कामनी वर्मा के समझाईस के बाद 278 प्रकरण निराकृत किए गए . लोक अदालत में घरेलू हिंसा में महिलाओं का संरक्षण ,चेक से सम्बन्धित मामले, प्रीलिटिगेशन ,मोटरयान व आबकारी अधिनियम का बहुतायत में निस्तारण किया गया.
ग्राम बटाइकेल निवासी पति -पत्नी के मध्य घरेलु हिंसा के प्रकरण में न्यायलय के समझाइस के बाद दोनों ने पति - पत्नी के रूप में सकून भरा जीवन जीने का फैसला लिया. एक दूसरे मामले में ग्राम सेमर जोबला बोन्दो पानी के निवासी दो लोगों के मध्य शारब के नशे में छोटी सी बात पर मारपीट व विवाद था, जिनका प्रकरण भी समझाईस के बाद दोनों ने समझौता कर लिया .
वहीं सामरबार और देवडांड सन्ना निवासी दो लोगों मध्य चेक से एक लाख अड़तालीस हजार रूपये के लेनदेन का विवाद था . पीठासीन अधिकारी कामनी वर्मा के द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर राजीनामा कराकर प्रकरण को समाप्त किया गया. बहरहाल लोक अदालत के माध्यम से न केवल लंबित मामलों का निपटारा हुआ, बल्कि समाज में शांति और सामंजस्य भी स्थापित हुआ.यह आयोजन विवाद समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ.