बाढ़ में भी नदी पार कर रोज स्कूल जाते हैं प्रधान पाठक असफाक अली
प्रेमनगर : प्रेमनगर में दूरस्थ अंचल महेशपुर क्षेत्र के गॉंव साखेनमार जहां जाने नदी में पुलिया नहीं होने के कारण अपने आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विकास खंड व जिला आने जाने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है साथ ही साथ नौनिहालों के भविष्य गढ़ने वाले शिक्षक जो रोज अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर स्कूल जाने मजबूर है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से विकास की गति आई है। सभी गॉवों में बिजली, पानी, पुलिया और रोड जैसी मूलभूत सुविधाएं मिल रही है। वही प्रेमनगर विकास खंड के वनांचल बीहड़ क्षेत्र महेशपुर के साखेनमार गॉंव जिसको भी आजतक मूलभूत विकास कर लेना था लेकिन इस गांव में विकास तो दूर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इस गॉव में जाने नदी में पुलिया आजतक नहीं बना हैं और न ही रोड जिसके कारण वहां रहने वाले लोगों के साथ शासन की योजनाओं को जमीन स्तर पर पहुंचाने वाले कर्मचारियों के लिए भी बाढ़ के दिनों में आने जाने काफी समस्या बनी रहती है।
वही शिक्षक जो प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर नदी को पार कर स्कूल जाते हैं, बारिश के दिनों में ज्यादा बाढ़ होने से खतरा और बढ़ जाता है। प्राथमिक शाला साखेनमार में प्रधान पाठक असफाक अली के साथ सहायक शिक्षक संत लाल साहू पदस्थ है। प्रधान पाठक असफाक अली ने बताया साखेनमार ऐसा पिछड़ा गॉंव हैं जहां नदी में पुलिया व रोड नहीं होने के कारण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। वहां शासकीय योजनाओं व सुविधाओं का आभाव है जिसके कारण लोग सामान्य जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं।