
बेमेतरा : जिले मे लोकसभा चुनाव के प्रशासनिक तैयारियां तेजी से चल रही है। इसी कड़ी में जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र के मतदान अधिकारियों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । कलेक्टर महादेव कावरे शासकीय बालक एवं कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं एक निजी स्कूल में आयोजित प्रशिक्षण का जायजा लेने पहॅुचे। उन्होंने मतदान दिवस के दिन ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बातों के बारे में प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दिया।
कलेक्टर ने कहा कि माकपोल के बाद क्लोज रिजल्ट (सीआरसी) करना है। साथ ही मतदान समाप्त होने के बाद क्लोज बटन दबाना है। इसके उपरांत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार व्हीव्हीपेट की बैटरी को निकाल कर एजेंट की उपस्थिति मे उसे सील करना है। दुर्ग संसदीय क्षेत्र के लिए होने जा रहे चुनाव में कुल 21 अभ्यर्थी चुनाव लड़ रहे है। इस कारण 02 ईव्हीएम मशीन का उपयोग होगा। कलेक्टर ने कहा कि 23 अपै्रल को मतदान दिवस के दिन मतदान हेतु निर्धारित समय से एक घण्टा पहले माकपोल शुरू करना है। यह कार्यवाही सवेरे 5ः45 बजे प्रारंभ करें। यदि इस दौरान चुनाव अभिकर्ता नहीं आते हैं तो 15 मिनट के इंतजार के बाद माकपोल करें।
श्री कावरे ने बताया कि यदि पोलिंग एजेंट किसी मतदाता की पहचान को चुनौती देते हुए यह दावा करे कि जिस मतदाता का नाम सूची में है यह वो व्यक्ति नहीं है तब उस पोलिंग एजेंट से 02 रूपये का चुनौती शुल्क लिया जाएगा। इसके बाद पीठासीन अधिकारी मतदाता से यह पुष्टि करेंगे कि उसका ही नाम मतदाता सूची में है और उससे निर्धारित फार्म में हस्ताक्षर और अंगूठे का निशान लिया जाएगा। यदि व्यक्ति अपनी पहचान साबित कर लेता है तो उसे वोट डलवाया जाएगा। यदि मतदाता अपनी पहचान साबित नहीं कर पाएगा तो उसे वोट डालने नहीं दिया जाएगा।