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बेमेतरा : लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त माइक्रो आब्जर्वर का कल जिला पंचायत सभा कक्ष में प्रशिक्षण आयोजित किया गया। मतदान के दिन माइक्रो प्रेक्षक की रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। माइका्रे आढजर्वर का कार्य चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन मतदान दल कर रहा है कि नहीं इसका अवलोकन करना है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री महादेव कावरे ने प्रशिक्षण में उपस्थित रहकर माइक्रो प्रेक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। दुर्ग संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 23 अप्रैल को मतदान होगा इस दौरान गर्मी का सीजन रहेगा व्ही.वीपेट मशीन को सूर्य के तेज रोशनी एवं बल्व के तेज प्रकाश से बचाय रखना है अन्यथा खराब होने की आशंका रहती है। कलेक्टर ने कहा कि मतदान केन्द्र में कोई भी नागरिक/मतदाता नारियल, अगरबत्ती लेकर पूजा पाठ आदि न करें इसका भी विशेष ध्यान रखें। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश कुूूमार सर्वे भी उपस्थित थे।
मास्टर ट्रेनर भानुप्रकाश सोनी ने कम्प्यूटर आधारित पावर पाईंट के जरिये प्रशिक्षण दिया। इस दौरान बताया कि माॅक पोल, इवीएम की गणना शून्य पर सेट की गई अथवा नहीं, माॅक पोल के समय कितने मतदान अभिकर्ता मौजूद थे वे किस राजनीतिक दल के थे ?, क्या मतदान अभिकर्ताओं को बैलेटिंग यूनिट और कंट्रोल यूनिट तथा ग्रीन पेपर सील की क्रम संख्या नोट करने की अनुमति दी गई अथवा नहीं, क्या बायें हाथ तरजनी पर अमीट स्याही ठीक ढंग से निशान लगाया गया अथवा नहीं, क्या मतदाता रजिस्टर (फार्म 17-क) में पहचान दस्तावेजो की प्रवियिष्टियां सावधानी पूर्वक भरा जा रहा था ?, क्या घटनाओं के घटित होते ही उन्हे समय-समय पर पीठासीन अधिकारी की डायरी में रिकार्ड किया जाता है ? क्या पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी, मतदान कोष्ठ (ईवीएम कम्पार्टमेंट) की ओर जा रहा था या मतदाताओं को कोई अनुचित अनुदेश दे रहा था ?, ट्रेनिंग के दौरान यह भी बताया गया कि क्या मतदान की गोपनियता सुनिश्चित करने के लिए मतदान कोष्ठ उपयुक्त ढंग से बनाया गया था अथवा नही ंके संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।