1. इस दौरान इक़रा फाउंडेशन ने करायी नेत्रदान विषय पर निबंध प्रतियोगिता
2. नपा अध्यक्ष- उपाध्यक्ष, नेत्र रोग विभाग अधिकारी व इक़रा फाउंडेशन के पदाधिकारी हुये शामिल
3. लगभग 500 छात्राओं का किया गया नेत्र परीक्षण
4. निबंध में विजयी छात्राओं को किया गया सम्मानित
5. जरूरतमंद छात्राओं को निःशुल्क चश्मे व आई ड्राप का किया गया वितरण
6. निबंध में प्रथम तस्लीम, द्वितीय नेहा व तृतीय डॉली रही
खैरागढ़..स्थानीय सिविल लाइन स्थित आदर्श शासकीय कन्या शाला स्कूल परिसर में मंगलवार 6 सितम्बर को जिलाधीश एवं अध्यक्ष जिला अंधत्व नियंत्रण समिति राजनांदगाव डोमन सिंह के निर्देश व नवनियुक्त केसीजी जिलाधीश जगदीश सोनकर के नेतृत्व में सीएमओ राजनांदगाव डॉ. मिथलेश चौधरी व नवनियुक्त जिला नोडल अधिकारी डॉ. विवेक बिसेन के मार्गदर्शन में
37वाँ नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम व नेत्रदान विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता पुरुस्कार वितरण समारोह स्वास्थ्य विभाग व इक़रा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में नपा उपाध्यक्ष व इक़रा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य अब्दुल रज्जाक खान, सहायक नेत्र रोग अधिकारी श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव, कन्या शाला की प्राचार्य सुश्री साधना अग्रवाल, इक़रा फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष शमसुल होदा खान, इक़रा फाउंडेशन सहसचिव व पत्रकार मोहम्मद याहिया नियाज़ी, वरिष्ठ सदस्य जफ़र उल्लाह खान, याक़ूब खान, एचआईवी विभाग के डॉ. ऐस कुमार, समाजसेवी सुभाष चावड़ा व पत्रकार किशोर सोनी उपस्थित थे.
कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया तत्पश्चात शाला परिवार ने समस्त आतिथियो का स्वागत किया तदोपरांत राज्य गीत अरपा पैरी के धार गाया गया. नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा ने छात्राओं से कहा कि आप लोग अपने आसपास सभी को नेत्रदान के प्रति जागरूक करें और इसलिये आज नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा आप लोग हर छात्रा कम से कम 5 लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करें इससे किसी जरूरतमंद का जीवन सफल हो सकता है. वरिष्ठ नेत्र रोग चिकित्सा अधिकारी श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव ने कहा कि यहां उपस्थित आप सभी लोग नेत्रदान के महत्व को समझें और अपने अपने कर्तव्य अनुसार अपने आसपास के लोगो को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरुवात 1985 में की गयी थी और प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया की हमारे देश में लगभग 6.8 मिलियन लोग कार्निया खराब होने की वजह से अंधत्व रोग से पीड़ित है और प्रत्येक वर्ष लगभग 30 हजार लोग कार्णिया रोग से पीड़ित हो रहे और अगर ऐसे ही नेत्र रोग बढ़ता रहा तो आने 10 वर्षो में लगभग 10.5 मिलियन लोग अंधत्व रोग से पीड़ित हो जायेंगे जो बेहद चिंताजनक बात है. उन्होंने बताया कि जो दानदाता मरणोपरांत नेत्रदान करना चाहता है तो उसके लिये मरणोपरांत 6 घंटे के अंदर कार्निया निकलने की प्रक्रिया है और मृत्यु पश्चात् 2 घंटे के अंदर इसकी सूचना समीप के अस्पताल में दे देवे तभी नेत्रदान की प्रक्रिया सही ढंग से संपन्न हो पायेगी.
नपा उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान ने छात्राओं से कहा जैसे रक्तदान किया जाता है वैसे ही आप लोग अपने आसपास लोगों को नेत्रदान के प्रति भी जागरूक करें. उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ और बेटी बढ़ाओ उद्देश्य को लेकर हमने इक़रा फाउंडेशन की स्थापना की थी. इस दौरान संस्था की प्राचार्य सुश्री साधना अग्रवाल ने कहा कि पहली बार हमारे स्कूल में नेत्रदान पखवाड़ा जैसा महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हो रहा जिससे हम सभी गौर्वान्वित महसूस कर रहे, उन्होंने कहा कि मरणोपरांत हमारा शरीर किसी काम का नहीं रहता ऐसे में अगर नेत्रदान या अंगदान हो जाये तो हमारे लिये खुशकिस्मती कि बात है उन्होंने सफल आयोजन के लिये नेत्र रोग विभाग और इक़रा फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त किया. इक़रा फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष समसुल होदा खान ने कहा कि इक़रा फाउंडेशन सर्व धर्म सद्भाव को लेकर हर वर्ग के लिये शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही है उन्होंने छात्राओं को नेत्रदान का महत्त्व बताया और जागरूक करने का प्रयास किया. इक़रा फाउंडेशन के सह सचिव व पत्रकार मो. याहिया नियाज़ी ने छात्राओं से कहा कि नेत्रदान करने के लिये कोई उम्र निर्धारित नहीं है और आप लोग यहां सुन रहे है कि नेत्रदान महादान है और नेत्रदान मृत्युपरांत करना मानव जीवन में बहुत बड़ी सेवा है और ये अवश्य करना चाहिये ताकि जरुरतमंदो का भला हो सके क्यूंकि मरने के बाद भी हम दूसरों के काम आ सकते है साथ ही बच्चों को हमेशा गुरुजनों के मार्गदर्शन में चलते हुये अनुशासन में रहकर मेहनत करने की नसीहत दी.
इक़रा फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य मो. याक़ूब खान ने विस्तारपूर्वक बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में इक़रा फाउंडेशन काम कर रही है और इक़रा का अर्थ शिक्षा होता है. उन्होंने इक़रा फाउंडेशन की स्थापना व उद्देश्य के बारे में बताते हुये छात्राओं को जरुरत पड़ने पर हरसंभव मदद की बात कही. इस दौरान लगभग 500 स्कूली बच्चों के नेत्र का परीक्षण किया गया और जरुरतमंद छात्राओं को निशुल्क आई ड्राप और चश्मे का वितरण भी किया गया और कार्यक्रम में उपस्थित बहुत से लोगों ने मृत्युपरांत नेत्रदान करने का संकल्प लिया. इस अवसर पर इक़रा फाउंडेशन द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान 11वीं (अ )की तस्लीम खान, द्वितीय स्थान दसवीं (स) की नेहा वर्मा और तृतीय स्थान 12वीं की डॉली देवांगन ने हासिल किया जिन्हे इक़रा फाउंडेशन ने स्मृति चिन्ह भेटकर स्वागत किया और सांत्वना पुरुस्कार के लिये फुलेसा सिंह, लाकेश्वरी साहू, यामिनी सिन्हा, रितिका वर्मा, अंशु वर्मा यशोदा नेताम, मोनिका नामदेव व श्रद्धा बंजारे वही विशेष पुरुस्कार के लिये उमा देवांगन का निबंध चयनित हुआ. इन सभी छात्राओं को भी सम्मानित किया गया वही इक़रा फाउंडेशन ने शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय कन्या शाला की प्राचार्य सहित समस्त शिक्षकों का संयुक्त रूप से पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मान भी किया. कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन शिक्षक अखिलेश श्रीवास्तव ने किया. कार्यक्रम के अंत में हेम चंद विश्वविद्यालय दुर्ग से नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना विषय में शोध कर सर्वप्रथम डॉक्टरेट की उपाधि पाने वाले सिविल अस्पताल के एचआईवी विभाग के प्रमुख ऐस कुमार व सहायक नेत्र रोग विशेषज्ञ श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव का भी सम्मान किया गया और इस दौरान श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि नगर से राकेश रजक व उमा सेन ने मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लिया है. इस अवसर पर शाला परिवार से वरिष्ठ शिक्षिका तारा सिंह, उमेंद सिंह खरे, कमलेश्वर सिंह, गिरवर कोसरे, सौरभ श्रीवास्तव, श्रीमती उत्तरा साहू, पिलेश्वर वर्मा, किशोर यादव, कुम्भ वर्मा, सुश्री शीला सिंह, कन्हैया पटेल, भूमिका सिंह, करण साहू, रिया जैन, नंदकुमार देवांगन व योगेंद्र देवांगन सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थी.