
खरसिया में यातायात भगवान भरोसे
खरसिया : एक तरफ खरसिया पुलिस यातायात जागरूकता रैली निकाल कर सिर्फ खाना पूर्ति करने में लगी है और वहीं दूसरी तरफ खरसिया में विगत कई महीनों से खरसिया पुलिस के द्वारा बच्चों के स्कूल टाईम पर नो एंट्री का पालन नहीं करवाया जा रहा है। अगर स्कूल के समय पर बच्चों के साथ कोई भी बड़ी दुर्घटना घटती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी खरसिया पुलिस की होगी।
खरसिया में स्कूल के समय पर छोटे-छोटे पढ़ने वाले बच्चों के लिए प्रशासन द्वारा नो एंट्री का पालन करने का बोर्ड लगाया गया था। उक्त नो एंट्री के बोर्ड को सड़क ठेकेदार के द्वारा निकाल कर फेंक दिया गया। बाद में किसी प्रकार से कोई दूसरा नया बोर्ड ठेकेदार के द्वारा आज दिनांक तक नहीं लगाया गया है। और ना ही पीडब्ल्यूडी विभाग के किसी भी अधिकारी के द्वारा संबंधित रोड ठेकेदार को नो एंट्री का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया और वहीं दूसरी तरफ खरसिया पुलिस के द्वारा भी नो एंट्री जैसे इतने गंभीर विषय पर ध्यान न देते हुए विगत के महीनो से इसका पालन नहीं कर पा रही है।
जिस के चलते स्कूल आने-जाने वाले बच्चों की जान खतरे में हैं। स्कूल में पढ़ने-लिखने वाले बच्चों के माता-पिता भी इस विषय को लेकर काफी चिंतित रहते हैं कि जब तक उनका बच्चा स्कूल से घर वापस सुरक्षित ना आ जाए। खरसिया के इतने गंभीर मुद्दे को लेकर कर भाजपा के युवा नेता मोनू केसरी के द्वारा जनहित को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक रायगढ़ को पत्र लिखकर खरसिया में स्कूल टाईम पर तत्काल नो एंट्री लगाने पालन करवाने की मांग भी की जा चुकी है। अब देखने की बात है कि पुलिस नो एंट्री जैसे गंभीर मुद्दे को लेकर कितनी जल्दी इसका पालन करती हैं, या नहीं करती हैं। या फिर किसी बड़ी दुर्घटना का खरसिया पुलिस को इंतजार है।