
CG Fraud News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लैलूंगा पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में आरोपी इलियाजर कुमार और उसकी पत्नी अनिता बेक को अंबिकापुर से हिरासत में लेकर रायगढ़ लाई दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सत्यनारायण सिदार निवासी ग्राम कटंगपारा, पिपराही ने 21 नवंबर 2024 को लैलूंगा थाना में शिकायत आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया था।
लाभ दिलाने का दिया था झांसा
शिकायत में बताया कि सुनील तिग्गा नामक व्यक्ति ने ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के बारे में जानकारी दी। इसके डायरेक्टर इलियाजर कुमार और उनकी पत्नी अनिता बेक थे। इस कंपनी के माध्यम से किसी भी बैंक से लोन दिलाने का प्रलोभन दिया गया था। शिकायतकर्ता और अन्य लोगों को बताया गया कि लोन का 50 प्रतिशत लाभार्थी को मिलेगा और 10 प्रतिशत एजेंट को और 40 प्रतिशत कंपनी के डायरेक्टर को दिया जाएगा।
कंपनी के सुनील और डायरेक्टर ने यह वादा भी किया कि लोन की पूरी किस्त कंपनी ही भरेगी और 3 साल में पूरा लोन चुका दिया जाएगा। इस प्रलोभन में आकर शिकायतकर्ता और अन्य ग्रामीणों ने अपने दस्तावेज सौंपा। शिकायतकर्ता सत्यनारायण सिदार के तीन बैंकों ग्रामीण बैंक लैलूंगा, स्टेट बैंक तमनार और आईसीआईसीआई बैंक रायगढ़ से 14.80 लाख रुपए का लोन निकाला।
दंपती को पुलिस ने किया गिरफ्तार
प्रारंभिक समय में डायरेक्टर इलियाजर कुमार द्वारा लोन की किस्तें 4.92 लाख रुपए किस्तें भरी गई। इससे प्रभावित होकर और भी लोग इस योजना से जुड़े, लेकिन जैसे-जैसे लोग बढ़े, कंपनी के डायरेक्टर ने लोन की किस्तें भरना बंद कर दिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका 9.87 लाख रुपए बाकी रह गए हैं। इसी प्रकार अन्य 8 लोगों के लोन की किस्तें भी नहीं चुकाई गई।
लैलूंगा पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी सुनील तिग्गा, डायरेक्टर इलियाजर कुमार, अनिता बेक और चार एजेंटों के खिलाफ धारा 420, 34 भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध दर्ज किया। आरोपियों की तलाश करते हुए पुलिस ने 25 जनवरी को इलियाजर कुमार और अनिता बेक को अंबिकापुर के ठाकुरपारा से हिरासत में लिया। दोनों आरोपियों को 26 जनवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।(एजेंसी)