Dengue Infection: डेंगू इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं और कई लोगों की मौत दर्ज की गई है। यह मच्छर जनित जानलेवा बीमारी है, जो मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलती है। खासकर मानसून के मौसम में जब मच्छरों की संख्या सबसे अधिक होती है और जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि डेंगू कैसे फैलता है और इसे रोकने के लिए तुरंत कौन से कदम उठाने की जरूरत है।
इस साल भारत में डेंगू के मामलों में काफी तेजी देखी गई है, जिसने कई राज्यों के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को प्रभावित किया है। रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरपर्सन डॉ. सुभाष गुप्ता ने बताया कि मच्छर बढ़ने का कारण ठहरा हुआ पानी, कचरे को ढंग से न फेंकना और अनियंत्रित शहरीकरण है। इसके अलावा रोकथाम के उपायों की कमी और इस बीमारी के बारे में जागरूकता की कमी ने डेंगू वायरस के तेजी से फैलने में भूमिका निभाई है।
डेंगू इंफेक्शन के लक्षण
डेंगू बुखार एक वायरस है जो फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। जैसे तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, मतली और त्वचा पर लाल चकत्ते। गंभीर मामलों में यह हेमरेजिक फीवर का कारण बन सकता है, जिससे इनर ब्लीडिंग, ऑर्गन फेल और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है। डेंगू वायरस के चार प्रकार हैं और एक व्यक्ति को अपनी जिंदगी में एक से ज्यादा बार यह इंफेक्शन हो सकता है। दूसरी बार डेंगू संक्रमण पहले से अधिक गंभीर हो सकता है।
मच्छरों के पनपने वाले स्थानों पर ध्यान दें
मच्छर अपने अंडे स्थिर पानी में देते हैं। फूलों के गमले, बाल्टी, पक्षियों के पानी पीने के स्थान और छोड़ी गई वस्तुओं जैसे कंटेनरों को खाली करें, ढकें या उन पर कीटनाशक का छिड़काव करें। समुदाय और स्थानीय सरकारी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी खुले वाटर सोर्स का नियमित रूप से कीटनाशकों से उपचार किया जाए और नालों को साफ रखा जाए।
पर्सनल सेफ्टी के साथ-साथ मच्छरों की पैदा होने वाली संभावित जगहों को खत्म करने के लिए मिलकर कदम उठाने की जरूरत है। पानी की टंकियां, गमले, छोड़े हुए टायर और वह कोई भी वस्तु जिसमें लंबे समय तक पानी भरा हो, जैसी जगहों पर नियमित रूप से नजर रखनी चाहिए क्योंकि एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपते हैं।
लोगों को स्वयं सावधानी बरतनी चाहिए
मच्छरों के काटने से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। त्वचा के खुले हिस्सों को ढकने के लिए लंबी बाजू की शर्ट और पूरी लंबाई की पैंट पहनें, खासकर सुबह और शाम के समय जब मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। डीईईटी या पिकारिडिन युक्त रिपेलेंट्स के उपयोग से भी सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है। घर पर एयर कंडीशनिंग, मच्छरदानी और खिड़कियों पर जाली लगाकर मच्छरों को दूर रखा जा सकता है।
लक्षणों को पहचानें और शीघ्र उपचार लें
यदि आपको तेज बुखार, सिरदर्द, मतली, उल्टी या आंखों के पीछे दर्द जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर देखभाल और इलाज से गंभीर डेंगू को रोका जा सकता है। इसमें दर्द का इलाज और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन शामिल होता है।(एजेंसी )