
धमतरी जिले में एक डॉक्टर की हुई अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है और इस मामले में पुलिस ने मृतक के चचेरा भाई को ही गिरफ्तार किया है पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने अपने भाई डॉ. प्रभाकर राव वाघटकर श्याम रेसीडेंसी गुजराती कालोनी निवासी को लेनदेन के चलते मौत के घाट उतारा था बताया गया कि मृतक का चचेरा भाई आरोपी विशाल ने मृतक को करीब 12 लाख 50 हजार रुपए प्रापर्टी में इन्वेस्ट करने के नाम पर दिया था इसी पैसे को आरोपी विशाल प्रभाकर से वापस मांग रहा था लेकिन प्रभाकर उसके पैसे वापस नहीं कर रहा था विशाल 20 मई की रात भी मृतक डाॅ प्रभाकर के घर पर आया था। वहां पर दोनों की जमकर विवाद भी हुआ था। मृतक ने गाली-गलौज करते हुये डांट फटकार के अपने घर से भगा दिया था।
दो दिनों बाद घटना वाले दिन 22 मई को एक बार फिर विशाल अपने दोस्त के साथ रायपुर से धमतरी पहुंचा और अपने पैसे मांगे जिसपर मृतक प्रभाकर ने “भिखारी कहीं का तेरा पैसा नहीं वापस करूंगा चल भाग यहां से" कह दिया इससे आरोपी विशाल आग बबूला हो गया और अपने पास रखे चाकू से प्रभाकर पर ताबड़तोड़ वार कर दिया जिससे प्रभाकर की मौके पर ही मौत हो गई मृतक की लाश को बाथरूम में रखकर आरोपी जाते-जाते लॉकर में रखा सोना चांदी लेकर वहां से फरार हो गया था। इस घटना की सूचना पर पुलिस की टीम ने घटना वाली जगह में लगे सारे सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया। टीम ने आस पास के लोगों से भी पूछताछ की। उस दौरान पुलिस की टीम को सूचना मिली कि मृतक प्रभाकर के यहां उसके चचेरे भाई विशाल का आना जाना था। इसी आधार पर पुलिस ने विशाल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की जिसके बाद आरोपी ने ये सारी बात पुलिस को बताई इस मामले में एसपी बालाजी राव ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि आरोपी विशाल के पिता सीएसबी कोरबा में भृत्य थे। रिटायर्ड होने के बाद उसके पिता को 30 लाख रुपए मिले हुए थे
ये सारा पैसा उन्होंने बैंक एकाउंट में रखा हुआ था इस खाते का ATM विशाल के पास ही था बहुत से पैसे आरोपी ने खर्च कर दिए थे वही साढ़े बारह लाख रुपए मृतक प्रभाकर को दिया था उसी पैसे को लेकर मृतक और आरोपी के बीच विवाद हो रहा था.