
श्यामनारायण गुप्ता
कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों का चयन सुगमता से किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेतृत्व की उठी मांग दिग्गज आदिवासी नेता रामपुकार सिंग सबसे आगे ,कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों का चयन सुगमता से किया जाएगा छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेतृत्व की उठी मांग दिग्गज आदिवासी नेता रामपुकार सिंग सबसे आगे ,कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों का चयन सुगमता से किया जाएगा
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों में इतना बड़ा उलटफेर होगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था।चुनाव में भाजपा की हार होगी इसका अंदाजा तो था लेकिन यह हार इतनी बड़ी होगी इस बारे में शायद ही किसी ने सोचा नहीं होगा। चुनाव नतीजो से लगता है कि यह मुकाबला एकतरफा था और भाजपा कहीं चुनाव मैदान में थी ही नहीं। चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों का चयन सुगमता से किया जाएगा.राहुल ने कहा, ‘‘हमने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को हरा दिया है… मुख्यमंत्रियों (के चयन) को लेकर कोई मुद्दा नहीं होगा.
यह सुगमता से किया जाएगा.” दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष से यह पूछा गया था कि हिन्दी पट्टी के इन तीन राज्यों में पार्टी के मुख्यमंत्री कौन-कौन होंगे, जिसके जवाब में राहुल ने यह बात कही. राजस्थान में पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता टीएस सिंह देव, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री चरणदास महंत, प्रदेश पार्टी प्रमुख भूपेश बघेल और ओबीसी नेता ताम्रध्वज साहू इस शीर्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवार बताए जा रहे हैं. मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं.
चुनाव जितने के बाद कांग्रेस में सीएम पद की दौड़ तेज हो गई है। अब तक रविन्द्र चौबे, सत्यनारायण शर्मा, भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, डॉ. चरणदास महंत व ताम्रध्वज साहू समेत दर्जनभर नाम सुर्खियों में रहे। इन सबसे अलग एक आदिवासी चेहरा के रूप में पत्थलगांव के विधायक बने दिग्गज नेता रामपुकार सिंग का नाम बड़ी तेजी से उभरकर सामने आ रहा है राजनीतिक पंडितों की मानें तो छत्तीसगढ़ में सवर्ण वर्ग से मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना फिलहाल नहीं है।
ऐसे में यह पिछड़ा वर्ग या फिर आदिवासी चहरे की दावेदारी मजबूत होती है। इन हालातों में आदिवासी दिग्गज नेता रामपुकार सिंग का नाम उभर कर सामने आ रहा है इस बार के चुनाव में आदिवासी समाज का पूरा रुझान कांग्रेस के पक्ष में गया है कांग्रेस को ऐसा लगता है कि आदिवासी 2019 के लोकसभा चुनावों में उसे फायदा पहुंचा सकते हैं।वही पिछड़ा वर्ग से भूपेश बघेल, डॉ. चरणदास महंत व ताम्रध्वज साहू के रूप में प्रमुख चेहरे सामने आते हैं।
माना जाता है की हाईकमान ने महंत को बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं दी है, इसलिए पिछड़ा वर्ग से दो नाम ही प्रमुखता से सामने आ रहे हैं।माना जा रहा है की विधायकों को हाईकमान यह बताएगा कि उसकी पसंद क्या है और उसी के आधार पर विधायक दल की बैठक में निर्णय होगा।