
प्रभात मोहंती
महासमुंद : विश्व धरोहर सिरपुर अवैध करणी कृपा पावर प्रा.लि. द्वारा शासकीय भूमि, आदिवासी भूमि, काबिल काश्त भूमि, किसानों की भूमि, कोडार बांध, बारनवापारा जंगल को प्रदूषित कर लाखों किसान, छात्र, नागरिकों का जीवन जहरीला कर दिया, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के साथ जिलाधीश ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, जिलाधीश महासमुंद, एस.डी.एम. महासमुंद, पुलिस अधीक्षक महासमुंद, तहसीलदार तुमगाँव, थाना प्रभारी तुमगाँव, अवैध करणी कृपा प्रा.लि. के आर्थिक लाभ के लालच में बन बैठे नौकर, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव भारत सरकार, गृह सचिव भारत सरकार, जिलाधीश महासमुंद, डायरेक्टर ई. डी. रायपुर को 12 सूत्रीय प्रमाणित ज्ञापन जिलाधीश महासमुंद के माध्यम से प्रस्तुत कर परिपालन के लिए लगायेगा गुहार, हल्ला बोल किसान रैली में पहुंचेंगे हजारों किसान
रायपुर राजधानी 25 फरवरी 2022 से चला आ रहा किसानों के शोषण पर गांधीवादी सत्याग्रह किसान आंदोलन जो तीन वर्ष होने जा रहा है। किसान महिला किसान, नौजवानों छात्रों ने छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलनकारियों के बैनरतले सत्याग्रह चलाया और जीत हासिल की जिसमें दो क्रम में आंदोलन संचालित हुआ पहला सत्याग्रह दूसरा न्यायालय। पूंजीवाद, विधायक, मंत्री, जिलाधीश, सचिव, पुलिस अधीक्षक, आई.जी. जैसे नौकरशाहों को आर्थिक लाभ लेकर अपने घर का नौकर जैसा काम कराने में सफल हो गये। जिसके लिए आईएएस, आईपीएस जैसे अधि कारी सभी प्रकार के दुष्कर्म करते हैं। उसका एक प्रमाण सिरपुर परिक्षेत्र कौंवाझर, खैरझिटी, मालीडीह में स्थापित होने वाले करणी कृपा पावर प्रा.लि. ने तो सभी हदें पार कर दी। काबिल काश्त भूमि, आदिवासी भूमि, शासकीय भूमि, नेशनल हाईवे की भूमि, किसानों की भूमि पर बलात् कब्जा और बिना अनुमति के रजिस्ट्री डी.एम. महासमुंद, एस.डी.एम. महासमुंद, तहसीलदार, पटवारी, पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रभारी तुमगाँव तक संविधान को गिरवी में रखकर केवल आर्थिक लाभ को अपना वर्दी का उद्देश्य बना लिया। उसमें भूपेश बघेल की पूरी सरकार और वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार बराबर के साझेदार निकले। 8 अगस्त को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा किसानों के सही मुद्दों को जायज ठहराते हुए जिलाधीश को उपस्थित कराया। परंतु जिलाधीश पेशी पर पेशी ले रहे हैं। इसी बात को प्रमाणित दस्तावेज के साथ जनदर्शन में रखा गया। किसानों की बात को मुख्यमंत्री ने ध्यान से सुना और जिलाधीश को बुलाकर क्या निर्देश दिए समझ से परे है। आज दिनांक तक उसका निर्णय नहीं हो सका जनदर्शन जरूर स्थगित हो गया जिससे मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट होने का प्रमाण सामने आया है। 25 फरवरी को 3 साल पूरा करने वाला जन सत्याग्रह अपने दोनों स्तर के आंदोलन में सफलता प्राप्त क्रिया है अगर किसी ने उसे रोका है तो वह प्रशासनिक अमला है जो भ्रष्ट है, ई.डी. इसी के लिए बनाया गया है। 1929 से लेकर 2025 तक का हमारे पास खसरा नक्शा शासकीय रिकार्ड है और यह सारे रिकार्ड हमने डी.एम. महासमुंद कार्यालय से हासिल किये हैं। जो चीज हमारे पास है उसमें जिलाधीश, एस.डी.एम.पायोजन
महासमुंद तहसीलदार तुमगाँव अगर शपथमय लिखकर देते हैं अवैध करणी कृपा प्रा.लि. में दर्जनों एकड़ शासकीय भूमि कई एकड़ राष्ट्रीय राजमार्ग की भूमि, पचासों एकड़ काबिल काश्त भूमि यह बताना जरूरी होगा काबिल काश्त भूमि निर्धन, गरीब, लोगों को जीवन-यापन के लिए दिया गया था। कलेक्टर महासमुंद ने अपने को राजा घोषित करते हुए अवैध करणी कृपा पावर प्रा.लि. को कहीं लिखकर तो नहीं दे दिया यह सब शपथ पत्र में दे दें हम आंदोलन स्थगित कर देंगे। यहां 24 जनवरी को माननीय राममनोहर लोहिया जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लोहिया चौक से महासमुंद जिलाधीश कार्यालय कूच कर 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर चर्चा करेंगे। यह वहीं मांग है जिस पर तीन वर्षों से आंदोलन चला आ रहा है। जिलाधीश अपने पूरे टीम के साथ आंदोलनकारियों को दस्तावेज के आधार पर अगर साबित कर देते हैं कि आंदोलनकारी किसान गलतफहमी हैं तब भी हम आंदोलन स्थगित कर देंगे हम निश्चित तौर पर जिलाधीश की टीम और जिलाधीश की आर्थिक अनियमितता के साथ संवैधानिक बदमाशी का खुलासा करेंगे जो अपराध है। किसी भी कीमत में किसान मोर्चा प्रदूषण, सिरपुर परिक्षेत्र बर्बाद हो यह बर्दाश्त नहीं करेगा यह राज्य आंदोलनकारियों का संगठन है ना कि बाहर से आये धन्नासेठों का। धन्नासेठ अर्थात् भाजपा। प्रधानमंत्री को ई.डी. को, मुख्यमंत्री को जिलाधीश के माध्यम से ज्ञापन भेजेंगे साथ ही साथ 21वीं सदी का किसान सत्याग्रह पर प्रकाशित बुक भी भेजा जायेगा। यह बुक समस्त दस्तावेजों का एक पुलिंदा है। जिससे कभी भी आंदोलनकारियों को कोई ऊंगली न उठा सके। रैली दोपहर 12.30 बजे अनुशासित नारेबाजी के साथ निकलेगी जिसका नेतृत्व दाऊ जी.पी. चंद्राकर, अनिल दुबे, जागेश्वर प्रसाद, नंद किशोर साहू, छन्नू साहू, वेगेन्द्र सोनबेर, दशरथ सिन्हा, डेविड, उदय चंद्राकर, राघा बाई ननकुनिया, छात्रनेता सहित हजारों किसान सामूहिक नेतृत्व पर निकलेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी करणी कृपा प्रा.लि. आंदोलन के नेतृत्वकर्ता विश्व धरोहर सिरपुर अवैध करणी कृपा पावर प्रा.लि. द्वारा शासकीय भूमि, आदिवासी भूमि, काबिल काश्त भूमि, किसानों की भूमि, कोडार बांध, बारनवापारा जंगल को प्रदूषित कर लाखों किसान, छात्र, नागरिकों का जीवन जहरीला कर दिया, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के साथ जिलाधीश ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, जिलाधीश महासमुंद, एस.डी.एम. महासमुंद, पुलिस अधीक्षक महासमुंद, तहसीलदार तुमगाँव, थाना प्रभारी तुमगाँव, अवैध करणी कृपा प्रा.लि. के आर्थिक लाभ के लालच में बन बैठे नौकर, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव भारत सरकार, गृह सचिव भारत सरकार, जिलाधीश महासमुंद, डायरेक्टर ई. डी. रायपुर को 12 सूत्रीय प्रमाणित ज्ञापन जिलाधीश महासमुंद के माध्यम से प्रस्तुत कर परिपालन के लिए लगायेगा गुहार, हल्ला बोल किसान रैली में पहुंचेंगे हजारों किसान
संलग्नः- 24 जनवरी के किसान रैली पर पोस्टर में पचासों एकड़ शासकीय भूमि का खसरा नकशा सहित प्रथम मांग दर्ज है जो जनता को समर्पित है, की प्रति।
छन्नू साहू,
नन्दकिशोर साहू
उदय चन्द्राकर
Mવિદ્યમ
बृजबिहारी साहू
अनिल दुबे
प्रदेश अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी करणी कृपा प्रा.लि. आंदोलन के नेतृत्वकर्ता