
अनेक फलदार, छायादार के साथ आयुर्वेदिक पौधों का किया रोपण
मुंगेली/पथरिया : अजजा शासकीय सेवक संघ व केन्द्रीय गोंड महासभा पथरिया में "एक पेड़ माँ के नाम" थीम पर कार्यक्रम आयोजित कर आदिवासी भवन मोहभट्ठा सरगांव में अनेक फलदार व आयुर्वेदिक पौधों का रोपण करते हुए पौधों की देखभाल करने शपथ ली। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि अध्यक्ष केंद्रीय गोंड महासभा जिला मुंगेली वीरेन्द्र मरावी, पथरिया एबीईओ नाथूराम ध्रुव, अजजा शासकीय सेवक संघ पथरिया अध्यक्ष शैलेन्द्र ध्रुव की उपस्थिति रही। वर्तमान में पर्यावरण में अचानक आये परिवर्तन में देश को सोचने में मजबूर कर दिया है। मौसम भी कभी समय से पहले तो कभी बाद में आ रहा है जिससे कृषि पर निर्भर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी है।
ज्ञात हो कि देशभर में " एक पेड़ माँ के नाम " थीम पर आधारित कार्यक्रम चलाकर वृक्षारोपण किया जा रहा है इसी तारतम्य में जिला मुंगेली के ब्लॉक पथरिया के आदिवासी भवन मोहभट्ठा में अजजा शासकीय सेवक संघ व केन्द्रीय गोंड महासभा पथरिया के संयुक्त तत्वाधान में अनेक पौधों का रोपण किया गया जिसमें आम, अमरूद, अशोक, शीशम, नीम, आंवला और अन्य फलदार व पर्यावरण के लिए उपयुक्त पौधों का रोपण कर इसका संरक्षण करने की शपथ लिए। मुख्यातिथि केन्द्रीय गोंड महासभा अध्यक्ष वीरेंद्र मरावी ने कहा पेड़ हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसके बिना हम मानव के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते इसके लिए अधिक से अधिक पेड़ों का रोपण कर पर्यावरण के दुष्प्रभाव से बचने शपथ लें।
आगे एबीईओ नाथूराम ध्रुव ने कहा पेड़ हमारी माँ के समान है इसकी हमें माँ की तरह रक्षा करनी चाहिए तथा आगे कहा हरे पेड़ों की सुरक्षा करें। अजजा शासकीय सेवक संघ ब्लॉक अध्यक्ष पथरिया शैलेन्द्र ध्रुव ने कहा वर्तमान में प्रकृति के संरक्षण और मानव जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि अभी के समय में देख रहे है कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण सीधा असर प्राकृतिक असंतुलन देख रहे हैं जिसके कारण वातावरण दूषित हो रहा है। जिसके लिए पौधे अधिक से अधिक लगाएं। पौधरोपण कार्यक्रम में व्याख्याता कृष्ण कुमार ध्रुव, शिक्षक अवतार सिंह, मानिकचंद, कौशल नेताम, मान सिंह ध्रुव, रामूलाल श्याम, रामकुमार ध्रुव, कौशल कुंजाम, भक्तु राम ध्रुव, कन्हैया छेदैहा, भरत पोर्ते, गेंदराम नेताम, रामचरण मरकाम, कन्हैया मरकाम, धर्मेंद्र मरकाम, लक्ष्मी ध्रुव, राजा छेदैहा व अन्य बहुत संख्या में उपस्थित थे।