एड. रीता भुइयार की फेसबुक वॉल से
70 वर्ष बीत जाने के बाद भी, भारतीय जनता की मानशीकता नहीं बदली है, इसका दोषी कौन है, जनता या वो लोग जो गरीब को कभी अधिकार ही नहीं देना चाहते,
जब एक आदेश पर पूरा देश दो महीने के लिए जाम हो सकता हैं, तो क्यों नहीं पूरे देश में भ्रष्टाचार खत्म हो सकता हैं,
क्यों नहीं सभी पढ़ सकते, क्यों नहीं सभी को रोजगार मिल सकता, क्यों नहीं सभी को चिकित्सा मिल सकती,
आज एक व्यक्ति के लिए ही काम किया जा रहा है, पाखंडवाद को बढ़ावा दिया जा रहा, चुनाव में सही व्यक्ति को नकारा जा रहा है, भ्रष्ट व्यक्ति को बढ़ा दिया जा रहा है,
महापुरषों का नाम लेकर जनता को धोखा दिया जा रहा है, सब के सब लूट कर साथ जन्मों के लिए धन कमाना चाहते है, इस जन्म का तो पता नहीं लेकिन आने वाले जन्म के लिए धन एकत्रित करना चाहते है, मन बदलो व्यवहार बदलो दुनिया बदल जायेगी, सबको भारतीय समझो नफरत खत्म हो जाएगी,
जिसको हम दुश्मन कहते है, उसकी सोच मित्रता में बदल जायेगी, कहना था तो बहुत कुछ लेकिन पढ़ने की आदत नहीं, इस लिए कुछ शब्दो में ही कहना चाहते है अपने मन का विचार..