Mahadev Satta App: महादेव बुक सट्टा एप के जरिए युवाओं को ऑनलाइन सट्टे की लत लगाकर कई लोगों को बर्बाद करने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की पुलिस, ईडी और सीबीआई तलाश ही कर रही है और दूसरी ओर दोनों चर्चित कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ नजर आ रहे हैं।दोनों दुबई में पंडित मिश्रा के कार्यक्रम में नजर आए हैं। दोनों उनके पैर छूते और फूल बरसाते दिखे हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इससे सौरभ और रवि को लेकर जांच एजेंसियों के दोहरे रवैए का खुलासा हुआ है।उल्लेखनीय है कि दुबई के मेरेडियन होटल एंड कॉन्फ्रेंस सेंटर में पंडित मिश्रा के कथा का आयोजन हुआ। इसमें महादेव सट्टा के सरगना सौरभ चंद्राकर और उसके पार्टनर रवि उप्पल भी अपने परिवार के साथ शामिल हुआ था। इसके वायरल वीडियो में कथावाचक मिश्रा सौरभ चंद्राकर को ‘यजमान’ कहते नजर आए हैं।
जांच-गिरफ्तारी के नाम पर खानापूर्ति
महादेव सट्टा ऐप का खुलासा होने के बाद से पुलिस सौरभ, रवि के अलावा शुभम सोनी की तलाश कर रही है। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। फिर ईडी ने मामले की जांच शुरू की। कुछ गिरफ्तारियां हुई। इसके बाद मामला एसीबी को दिया गया। एसीबी ने भी कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी की। मामला सीबीआई को दे दिया गया है। लेकिन अब तक सौरभ और उसके साथियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है
आयोजन पर सवाल
दुबई में इस कथा के आयोजन पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसका आयोजन कराने वाले कौन है? सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम के लिए सौरभ ने ही फंडिंग की है। फिलहाल पंडित प्रदीप मिश्रा की तरफ से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस तरह के कार्यक्रम में सौरभ और रवि जैसे वांटेड की मौजूदगी से जांच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सौरभ और रवि की गिरफ्तारी की खबरें भी कई बार आ चुकी हैं, लेकिन उसे भारत नहीं लाया गया है। इससे और संदेह को बल मिला है।
सट्टा ऐप आज भी चल रहा बेखौफ
महादेव सट्टा के जरिए आरोपियों ने करोड़ों रुपए कमाया। सट्टा ऐप आज भी बेखौफ चल रहा है। इसके एजेंट 30 से 40 लाख रुपए में पैनल बेच रहे हैं। इससे युवाओं में सट्टे की लत रही है। कई युवक खुदकुशी कर चुके हैं और कई लोग कर्ज में डूब चुके हैं। इसके बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।(एजेंसी)