
आंध्र प्रदेश : आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के मछली पकड़ने के बंदरगाह में सोमवार 21 नवंबर तड़के भीषण आग लग गई। शुरुआत में सबसे पहले एक नाव में आग लगी थी, जिसके बाद एक-एक करके 40 नावों में आग लग गई। आखिरकार 40 नाव एक साथ जलकर खाक हो गई।
आग पर काबू पाने के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। हालांकि आग कैसे लगी, इसका फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, विजाग मछली पकड़ने के बंदरगाह पर लंगर डाले 40 मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नावें रविवार और सोमवार की मध्य रात को भीषण आग में जलकर खाक हो गईं।
मछुआरों और स्थानीय पुलिस ने कहा कि आग, जो एक नाव से शुरू हुई, जल्द ही पास में खड़ी अन्य नावों तक फैल गई। आग लगने की घटना से दहशत का माहौल पैदा हो गया क्योंकि नावों में रखे एलपीजी सिलेंडर तेज आवाज के साथ फटे थे।
हालांकि, आग लगने का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस उपायुक्त (कानून एवं व्यवस्था) के आनंद रेड्डी के मुताबिक, आग पर काबू पाने के लिए चार से अधिक दमकल गाड़ियों को लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मछुआरों ने कहा कि आग के कारण मछली पकड़ने वाली लगभग 40 नाव क्षतिग्रस्त हो गई हैं। हर नाव की कीमत कम से कम 40 लाख रुपये थी। पुलिस और फायर
सर्विस के कर्मियों ने कहा कि आग पर काबू पाने के बाद वे आग लगने के सही कारणों का पता लगाएंगे। हालांकि, मछुआरा समुदाय के नेताओं को शक है कि कुछ शरारती तत्वों ने एक नाव में आग लगा दी होगी, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। कुछ ही दिन पहले, आंध्र प्रदेश के बापटला जिले के निजामपट्टनम बंदरगाह पर एक मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नाव में आग लगने से दो लोग घायल हो गए थे।