
गुरुग्राम/नई दिल्ली : “उर्वरक प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन अभ्यास” विषय पर चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय सहकारी संघ, दिल्ली तथा भारतीय कृषि सहकारी संघ (इफको) के साकेत स्थित मुख्यालय का शैक्षणिक दौरा किया।
प्रातःकालीन सत्र में राष्ट्रीय सहकारी संघ, दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी श्री वी. के. दुबे ने सहकारिता आंदोलन के इतिहास, उसकी भूमिका, संरचना एवं भविष्य की संभावनाओं पर प्रशिक्षण सत्र लिया। उन्होंने प्रतिभागियों को भारत में सहकारी क्षेत्र की मजबूती और उसकी जमीनी उपयोगिता से अवगत कराया।
इसके पश्चात सभी प्रतिभागी दिल्ली के साकेत स्थित इफको मुख्य कार्यालय पहुँचे, जहाँ इफको के भव्य बोर्ड मीटिंग हॉल में इफको के प्रबंध निदेशक श्री यू. एस. अवस्थी ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने इफको की स्थापना, उपलब्धियाँ, नवाचार, किसान हितैषी योजनाएं और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता पर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर इफको के डीजीएम श्री रजनीश पांडेय, मार्केटिंग हेड श्री योगेन्द्र कुमार तथा जीएम, सहकारिता विकास विभाग श्री संतोष कुमार शुक्ला भी उपस्थित रहे। इन्होंने देशभर से आए सहकार भारती के 40 वरिष्ठ पदाधिकारियों को इफको के कार्य और दृष्टिकोण से परिचित कराया।
कार्यक्रम की शुरुआत सहकार भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री संजय पाचपोर के उद्बोधन से हुई। इसके पश्चात राष्ट्रीय मंत्री श्री दिलीपदादा पाटिल ने प्रेरणादायक वक्तव्य दिया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ से प्रशिक्षण में भाग ले रहे श्री घनश्याम तिवारी, प्रदेश संयोजक, पैक्स प्रकोष्ठ ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने इफको के प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “इफको न केवल किसानों के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहा है, बल्कि पर्यावरण और मृदा संरक्षण में भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहा है। इसके लिए फर्टिलाइज़र मैन ऑफ इंडिया श्री यू. एस. अवस्थी और उनकी पूरी टीम बधाई के पात्र हैं।”
इन 40 पदाधिकारियों में सहकार भारती के रामप्रकाश केशरवानी सहकार भारती छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय पैक्स प्रकोष्ठ प्रमुख श्री राजदत्त पाण्डेय की गरिमामयी उपस्थिति भी विशेष उल्लेखनीय रही।इफको मुख्यालय के भ्रमण उपरांत सभी प्रतिभागी पुनः FMDI, गुरुग्राम लौटे, जहाँ आगामी प्रशिक्षण सत्रों के लिए तत्परता के साथ दिन का समापन हुआ।