
Naxalite encounter: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की ठोस कार्रवाई जारी है। इस बीच गरियाबंद में हुई मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे गए हैं। नक्सलियों के मारे जाने से न केवल नक्सलियों की ताकत को चोट पहुंची है, बल्कि इस प्रकार की कार्रवाई से राज्य में सुरक्षा की स्थिति को भी मजबूत किया जा रहा है।
पुलिस टीम को जंगलों में नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद उनकी घेराबंदी की गई, जिससे इस ऑपरेशन में सफलता मिली। मारे गए नक्सलियों के पास से गोला-बारूद और हथियार बरामद हुए हैं, जो नक्सलियों के खिलाफ राज्य की पुलिस की मजबूत रणनीति को साबित करते हैं। इस प्रकार की कार्रवाई से नक्सलियों के खिलाफ सरकार और सुरक्षा बलों का दृढ़ संकल्प जाहिर होता है, और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। साल 2025 में अब तक छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाइयों में काफी सफलता मिली है। इस साल अब तक कुल 45 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो राज्य में नक्सलवाद के खात्मे के लिए चलाए जा रहे अभियानों की ताकत को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में सोमवार को हुई मुठभेड़ में 11 नक्सली मारे गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है और माना जा रहा है कि अभी और शव मिल सकते हैं।सोमवार शाम मुठभेड़ खत्म होने के बाद से सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ मैनपुर थाना क्षेत्र में कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इसी दौरान 11 नक्सलियों के शव मिले।
मारे गए नक्सलियों में ओडिशा प्रमुख भी शामिल
मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी का सदस्य मनोज और स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य गुड्डू भी शामिल हैं। मनोज एक करोड़, तो गुड्डू 25 लाख रुपए का इनामी था। मनोज ओडिशा राज्य प्रमुख भी था।(एजेंसी)