लोकसभा में शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में राम प्रतिष्ठा समारोह के दौरान मुसलमानों को किनारे करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
अयोध्या के राम मंदिर को लेकर देशभर में मनाए जा रहे जश्न पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि ये किस बात का जश्न मनाया जा रहा है? मुसलमानों को बार-बार धोखा दिया जा रहा है.. सबको संविधान की रक्षा करनी चाहिए, क्या देश में एक ही धर्म की सरकार होनी चाहिए? आपको बता दें कि बीती 22 जनवरी को नवनिर्मित अयोध्या मंदिर में राम लला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा (प्रतिष्ठा) समारोह आयोजित किया गया था।
ओवैसी ने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी सरकार किसी विशेष समुदाय, धर्म की सरकार है या पूरे देश की सरकार है? क्या भारत सरकार का कोई धर्म है? मेरा माननाहै कि इस देश का कोई धर्म नहीं है। क्या यह सरकार 22 जनवरी के माध्यम से चाहती है यह संदेश देने के लिए कि एक धर्म ने दूसरे पर विजय प्राप्त की? आप देश के 17 करोड़ मुसलमानों को क्या संदेश देते हैं?... क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं? उन्होंने आगे कहा कि मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं। लेकिन, मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं। क्योंकि, उसने उस व्यक्ति की हत्या की थी, जिसके अंतिम शब्द 'हे राम' थे।