राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में 18 नई विकास नीतियों का किया शुभारंभ

प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में 18 नई विकास नीतियों का किया शुभारंभ

जीआईएस में मध्य प्रदेश की विशेषताओं का डिजिटल अनुभव।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 18 हजार से ज्यादा लोग शामिल।

20 भारतीय यूनिकार्न के संस्थापक भी जीआईएस में हैं शामिल।

MP News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में पहुंचे हैं। कार्यक्रम स्थल पर वे मंच पर नहीं नीचे लगी कुर्सी पर बैठे। इसके पहले पीएम ने प्रदेश में 18 नीतियों का लोकार्पण किया। यह नीतियां प्रदेश में विकास की गति को नई दिशा देंगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज मुझे यहां आने में विलंब हुआ, इसके लिए मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं। विलंब इसलिए हुआ क्योंकि कल जब मैं यहां पहुंचा तो एक बात ध्यान में आई कि आज 10वीं और 12वीं के छात्रों के एग्जाम हैं।

उसका समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय क्लेश हो रहा था। उसके कारण संभावना थी कि सिक्युरिटी के कारण अगर रास्ते बंद हो जाएं और बच्चों को परीक्षा के लिए जाने में कठिनाई हो जाए। ये कठिनाई न हो, बच्चे समय से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। इसके कारण मैंने निकलने में ही 10-15 मिनट की देरी कर दी।

दुनिया की भारत से बहुत आशाएं

विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए मैं सीएम डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी ऑप्टिमिस्टिक है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर इंस्टीट्यूशन इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं।

फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनामी

कुछ दिन पहले ही वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनामी बना रहेगा। कुछ ही दिन पहले क्लाइमेंट चेंज पर यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पॉवर की सुपरपॉवर कहा था। इस संस्था ने ये भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है।

मध्य प्रदेश जनसंख्या के हिसाब से भारत का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है। मध्य प्रदेश कृषि के मामले में भारत के टॉप के राज्यों में है। मिनरल्स के हिसाब से भी मध्य प्रदेश देश के टॉप 5 राज्यों में है। मध्य प्रदेश को जीवनदायिनी मां नर्मदा का भी आशीर्वाद प्राप्त है। मध्य प्रदेश में हर वो संभावना है, हर वो पोटेंशल है जो इस राज्य को जीडीपी के हिसाब से भी देश के टॉप 5 राज्यों में ला सकता है।

सीएम ने कहा आज से विश्व में भोपाल की नई पहचान बनेगी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भोपाल की पहचान गैस त्रासदी से होती थी। आज के बाद भोपाल ग्लोबल रूप से नई पहचान बनाने जा रहा है। मध्य प्रदेश में संपदा भरपूर है। भोपाल देश की स्वच्छ राजधानियों में से औद्योगिक विकास आए हैं। हमने पांच वर्ष में अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।

एक वर्ष पूर्व औद्योगिक विकास की यात्रा रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव प्रारंभ की मुंबई, कोयंबटूर, दिल्ली में कार्यक्रम किए। निवेश नीति पर हम काम कर रहे हैं। 18 नई नीतियां लेकर आए हैं। नियम प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है। 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष बना रहे हैं। विभागीय सबमिट हुई है। प्रदेश में निवेश के लिए बहुत सकारात्मक वातावरण है। नए औद्योगिक पार्क बना रहे हैं। पर्यटन के क्षेत्र में आकर संभावनाएं हैं।

पीएम मित्र पार्क सहित मप्र की 11 विशेषताओं का डिजिटल अनुभव

ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार करती मध्य प्रदेश की नदी जोड़ो परियोजना, धार का पीएम मित्र पार्क और कूनो में चीतों के कुनबा सहित प्रदेश की 11 विशेषताओं का डिजिटल अनुभव किया जा सकेगा।

नगरीय विकास और प्रवासी महाकुंभ भी

जीआईएस में सात विभागीय सम्मेलन होंगे, जिनमें आईटी प्रौद्योगिक, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यरण, खनन, एमएसएमई, स्टार्टअप, नगरीय विकास और प्रवासी महाकुंभ होगा। जीआईएस के लिए 31,659 पंजीयन हुए है।उद्योग जगत से 3,903 विशेष आमंत्रित एवं डेलिगेट्स, 3398 स्टार्टअप, 133 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी, 562 एनआरआई एमपी प्रवासी, 249 उद्योग संघ के प्रतिनिधि और विभिन्न सत्र एवं विभागीय समिति के 10491 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।जीआईएस सम्मेलन में 200 भारतीय कंपनियों के चेयरमैन/एमडी, 200 विश्व स्तरीय कपंनियों के सीईओ, 20 भारतीय यूनिकार्न के संस्थापक, 50 देशों के राजनयिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे है।(एजेंसी)

 

More Photo

    Record Not Found!


More Video

    Record Not Found!


Related Post

Leave a Comments

Name

Contact No.

Email