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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सरकार ने वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कई सख्त पाबंदियां की लागू, पढ़ें पूरी लिस्ट

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सरकार ने वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कई सख्त पाबंदियां की लागू,  पढ़ें पूरी लिस्ट

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सरकार ने ग्रैप-4 लागू

ग्रैप-4 के तहत दिल्ली में डीजल से चलने वाले ट्रकों की एंट्री बंद

दिल्ली में नर्सरी से लेकर 11वीं कक्षा तक के स्कूल बंद रहेंगे

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर सीपीसीबी और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गठित सीएक्यूएम ने सोमवार से दिल्ली में ग्रैप-4 को लागू करने का फैसला लिया है। ग्रैप-4 लागू किए जाने के बाद प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा कई कड़े उपाय लागू किया जाएगा। ग्रैप-4 में कारखानों, निर्माण कार्यों, और यातायात पर कड़ी पाबंदियां लगाई जाएंगी। इसके अलावा स्कूलों को भी बंद किया गया है। ग्रैप-4 लागू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में क्या-क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा? आइए बताते हैं।

दिल्ली GRAP-4 लागू 

दिल्ली इस समय गैस के चैंबर में तब्दील हो चुकी है। देश की राजधानी की हवा इतनी जहरीली हो गई है कि इसमें सांस लेने का मतलब है एक दिन में भारी मात्रा में सिगरेट पीना. वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप 4 लागू हो चुका है, जिसमें कई तरह की पाबंदिया लगाई गई हैं।  GRAP-4 लागू होने के साथ ही कक्षा 10वीं और 12वीं के अलावा सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लासेस बंद कर दी गई हैं और अगले आदेश तक ऑनलाइन मोड में क्लासेस चलेंगी।  वहीं निर्माण कार्य, डीजल जेनरेटर जैसी कई चीजों पर रोक लगा दी गई है।  

साल 2024 का प्रदूषण क्यों है सबसे खतरनाक?

क्या साल 2024 का प्रदूषण दिल्ली के सबसे खराब 2012 और 2016 से भी बुरा है? क्या दिल्ली का प्रदूषण और खराब होने वाला है? कैसे स्मॉग की चादर पाकिस्तान और पंजाब से अभी दिल्ली की तरफ बढ़ ही रही है। क्या होने वाला दिल्ली में आगे, इस बारे में इन तस्वीरों के जरिए बता रहे हैं तीन दशक तक दिल्ली के प्रदूषण पर काम करने वाले वैज्ञानिक डॉ मोहन पी जॉर्ज. 

क्यों हर साल ठंड में बढ़ता है दिल्ली में प्रदूषण?

दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या एक गंभीर चुनौती बन गई है।  हर साल सर्दियों के मौसम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर खतरनाक तक पहुंच जाता है।  इसके महत्वपूर्ण कारणों में से एक है "तापमान उलटना" या टेंपरेचर इनवर्जन, जिसके कारण प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। आमतौर पर ऊंचाई के साथ जैसे-जैसे हम ऊपर जाते हैं। हवा ठंडी होती जाती है, लेकिन सर्दियों में इसका उलटा हो जाता है। जमीन के पास की हवा ठंडी होती है जबकि उसके ऊपर की लेयर गर्म हो जाती है।  इस स्थिति में, गर्म हवा की लेयर हमारे ऊपर बोतल के ढक्कन की तरह काम करती है, जो निचली ठंडी हवा को ऊपर उठने नहीं देती। 

701 तक पहुंचा दिल्ली के इस इलाके का AQI?

दिल्ली-एनसीआर में रविवार को वायु प्रदूषण और बढ़ गया जिससे एक्यूआई पहली बार 500 के पार हो गया। रविवार की शाम तक अधिकतर इलाकों में एक्यूआई ‘खतरनाक’ (सीवियर) श्रेणी में पहुंच गया था। एक्यूआई डॉट इन के मुताबिक, रविवार रात 9 बजे दिल्ली का पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई 548 रहा। रविवार सुबह आठ बजे दिल्ली का एक्यूआई लेवल 477 था, जो शाम आठ बजे तक 548 हो गया। दिल्ली में आज सांस लेने की स्थिति प्रतिदिन 14.7 सिगरेट पीने के बराबर है। दिल्ली के पीजीएवी कॉलेज पर एक्यूआई 701 तक पहुंच गया। (एजेंसी)

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