द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा' से साभार
परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया
रायपुर : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु योजना बच्चों के लिए संजीवनी सिद्ध हो रही है। यह योजना न केवल गंभीर बीमारियों से पीड़ित मासूमों को नया जीवन प्रदान कर रही है, बल्कि गरीब परिवारों के चेहरों पर भी मुस्कान लौटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जशपुर जिले में चिरायु टीम द्वारा जिले के विभिन्न स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इसमें जन्मजात हृदयरोग, कटे-फटे होंठ एवं तालू सहित शल्य-चिकित्सा योग्य बीमारियों की पहचान कर बच्चों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।

विकासखंड पत्थलगांव की चिरायु टीम ने विभिन्न संस्थानों में जांच कर तीन बच्चों में गंभीर बीमारियों की पुष्टि की। तत्पश्चात उन्हें रायपुर ले जाकर निःशुल्क सफल ऑपरेशन कराया गया, जिसमें समीर खड़िया, आयु 4 वर्ष, आंगनबाड़ी केंद्र गौटियापारा (कोतबा) जन्मजात हृदयरोग से पीड़ित का रायपुर में निःशुल्क हृदय ऑपरेशन कराया गया। स्तुति तिर्की आयु 8 वर्ष, प्राथमिक शाला धनुपारा (मुड़ाबहला) जन्मजात हृदय रोग से उपचार बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गया है। जॉन्सन टोप्पो, आयु एक वर्ष, आंगनबाड़ी केंद्र कार्राडांड (चिकनीपानी) होंठ एवं तालू की विकृति का सफल निःशुल्क ऑपरेशन कराया गया। तीनों बच्चे वर्तमान में स्वस्थ हैं और उनके चेहरों की मुस्कान परिवारों के लिए नई आशा और सुकून लेकर आई है।

परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सरकार द्वारा बच्चों का निःशुल्क उपचार कराया जाना उनके लिए जीवन बदल देने वाला कदम है। उल्लेखनीय है कि चिरायु योजना के तहत जिले में बच्चों की संपूर्ण स्वास्थ्य जांच की जाती है तथा 44 प्रकार की बीमारियों एवं जन्मजात विकृतियों की पहचान कर उन्हें देश के श्रेष्ठ अस्पतालों में भेजकर निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाता है। यह योजना बाल स्वास्थ्य सुरक्षा और समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।














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