संवाददाता: प्रभात मोहंती
अभिव्यक्ति योजनान्तर्गत महिला संबंधी अपराध, और स्वयं सुरक्षा विषय पर जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
साइबर अपराध के लिए 1930 टोल फ्री नंबर का किया गया प्रचार ।
महासमुंद : क्षेत्र रासेयो पॉलिटेक्निक महासमुंद के सात दिवसीय विशेष शिविर में ग्राम लाफिनकला में द्वितीय दिवस में प्राचार्या श्रीमती चंद्रिका विश्वकर्मा के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम अधिकारी श्री सालिक राम ढीमर के सहयोग से महिला सशक्तिकरण विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमे जिला महासमुंद पुलिस द्वारा विशेषकर स्वयं की सुरक्षा और महिला संबंधी अपराध में जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया. जिसमें पुलिस की टीम के द्वारा छात्र छात्राओं को विभिन्न प्रकार की जानकारियां साझा की गई ।
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सेल्फ डिफेन्स के तरीकों के बारे में बताया गया, साथ ही अपने पास रखे सामानो जैसे पर्स, बॉटल, पिन, मोबाइल आदि वस्तुओं की मदद से अपनी सुरक्षा करना बताया गया.अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहने समझाइस दी गयी.इसके साथ ही वर्तमान समय में सोशल मीडिया में पर्सनल व सेंसिटीव जानकारी शेयर न करने एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म में मजबूत पासवर्ड बनाने हेतु बताया गया.किसी प्रकार के ऑनलाईन साइबर फ्रॉड होने पर हेल्प लाईन नंबर 1930 में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने के अलावा अपने निकटतम पुलिस थाना या सायबर सेल जाकर रिपोर्ट कराने के संबंध में जागरूक किया गया ।
बढ़ते नवीनतम साइबर क्राईम के बारे में बताया गया कि सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर सुरक्षा एवं प्राईवेसी को ध्यान में रखते हुये सावधानी पूर्वक सोशल मीडिया में व्यवहार करें। रिपोर्ट करें, किसी भी अनजान नम्बरों से आए वीडियो कॉल को अटेंड ना करें, यदि किसी परिचित के द्वारा फोन पर पैसे की मांग की जाती है,तो स्वयं उस परिचित को दुबारा फोन लगाकर फोन नंबर की तस्दिक करें, कोई भी अनजान व्यक्ति फोन करके यदि यह कहे कि आपके नाम से FIR हो गया है आपको जेल जाने से बचने के लिए आपको पैसा देना पड़ेगा, तो किसी भी प्रकार से कोई फोन पे,गूगल पे के माध्यम से पैसा ना भेजें, कोई पुलिस ऑफिसर, सीबीआई या जज, बैंक ऑफिसर या अन्य कोई अधिकारी बनकर वीडियो कॉल करे तो डरें नहीं, किसी भी तरह के ऐसे ऑफर जिसमें पैसा दुगुना करने का लालच दिया जाता है उन पर विश्वास ना करें, आदि के बारे में बताया गया तथा साइबर फ्रॉड होने पर टोल फ्री नंबर 1930 एवं साइबर थाना में शिकायत करने बताया गया साथ ही नशे के दुष्परिणाम एवं नशे से बचने के बारे में बताया गया. डायल 112 के महत्व को भी साझा किया गया जिसमें छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक लाभान्वित हुए।















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