सुभाष गुप्ता
सूरजपुर : जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र यादव ने मंगलवार को जयनगर धान खरीदी केंद्र का औचक निरीक्षण किया, जहां व्यवस्थाओं की भारी कमी देखकर उन्होंने कड़ी नाराज़गी जताई। निरीक्षण के दौरान केंद्र में एक भी समिति द्वारा नियुक्त मजदूर मौजूद नहीं था, जिससे किसानों को स्वयं हमाली का काम करना पड़ रहा था। श्री यादव ने मौके पर ही समिति प्रबंधक को फटकार लगाई, यह कहते हुए कि इतनी बड़ी लापरवाही किसानों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ है।
ट्रांसफर के बावजूद पद पर जमे रहने का आरोप
गौरतलब है कि संबंधित समिति प्रबंधक का ट्रांसफर काफी पहले हो चुका है, लेकिन राजनैतिक संरक्षण के कारण वह अब भी जयनगर केंद्र में ही जमे हुए हैं। वर्षों से उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, परंतु विभागीय अधिकारी अपने ही आदेश का पालन कराने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं।
किसानों से अतिरिक्त धान वसूली?
किसानों ने यह भी शिकायत की कि उनसे 41 किलो 200 ग्राम प्रति बोरा अधिक लिया जा रहा है और चटाई सहित अन्य कार्य भी उनसे ही करवाए जा रहे हैं। मजदूर न होने की वजह से किसान स्वयं बोझ ढोने को मजबूर हैं, जबकि हमाली का पैसा भी उन्हीं को देना पड़ रहा है।
किसान बेबस, अधिकारी खामोश
लगातार बढ़ती शिकायतों के बावजूद कार्यवाही नहीं होने से किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। किसान सवाल कर रहे हैं कि जब प्रभारियों पर कार्रवाई ही नहीं होती, तो उनकी मेहनत का धान सही वजन और सही प्रक्रिया से कैसे खरीदा जाएगा? जिला पंचायत सदस्य ने अधिकारियों से मांग की है कि जयनगर केंद्र की जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि किसानों को उनका हक मिल सके।















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