
खरसिया : आज शाम अनुविभागीय अधिकारी प्रवीण तिवारी ने सिविल हास्पीटल खरसिया का औचक निरीक्षण किया। सिविल हास्पीटल के निरीक्षण के दौरान एसडीएम श्री तिवारी ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. व्ही.एस.राठिया को अस्पताल का व्यवस्था सुधारने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया । विदित हो विगत दिनों भाजपा नेता मोनू केसरी ने ’’सिविल हास्पीटल स्वयं बीमार तो मरीजों का इलाज कैसे होगा’’ के माध्यम से शिकायत किया था।
जिसमें मोनू केसरी ने बताया था कि खरसिया विकासखण्ड के ग्रामीणों एवं नगरवासियों के इलाज के एकमात्र सर्वसुविधायुक्त सिविल हास्पीटल खरसिया मुख्यालय में स्थित है। जिसकी हालत वर्तमान में काफी दयनीय हो गई है। आज अस्पताल स्वयं बीमार चल रहा है तो यहां मरीजों का कैसे इलाज होगा। मोनू केसरी ने अपने शिकायत में लिखा था कि खरसिया नगर का एकमात्र सर्वसुविधा युक्त सिविल हास्पीटल स्थित है जहां पहले दूर दूर से लोग यहां इलाज कराने आते थे। किंतु वर्तमान में सिविल हास्पीटल की स्थिति काफी दयनीय हो गइ है। यहां मेडिकल स्टाफ ठीक ठाक है किंतु इनके द्वारा अस्पताल में अपना डयुटी नहीं करते हुए अपने निजी चिकित्सलयों में इलाज करने के बाद जो समय बचता है
उसमें चिकित्सकगण अस्पताल आकर अपना हस्ताक्षर कर कुछ देर बैठ कर मरीजों की हाल चाल जानने के बाद चले जाते है। यदि कोई गंभीर रूप बिमार या दुर्घटना में घायल व्यक्ति अस्ताल पहुंचता है उनको ये रायगढ रिफर कर देते है और अपना पीछा छुडा लेते है। इसी प्रकार सिविल अस्पताल खरसिया में कहने को ब्लड बैंक है लेकिन यह भी नाममात्र का ब्लड बैंक है। मरीजो को खुल की जरूरत पड़ने पर बाहर से व्यक्ति लाकर उनसे ब्लड निकलवाकर मरीजों को ब्लड चढाया जाता है। इसी भांति सिविल हास्पीटल में भारी अनियमिताएं होने के कारण सिविल हास्पीटल की हालत काफी दयनीय हो गई है। जिस कारण से खरसिया नगर सहित ग्रामीणक्षेत्र की जनता इस व्यवस्था से त्रस्त है।
जब अस्पताल ही बीमार हो तो फिर मरीजों का इलाज कैसे हो पायेगा यह काफी सोचनीय पहलू है तथा इससे प्रदेश के भाजपा सरकार की बदनमी हो रही है इसलिये सिविल हास्पीटल इस दयनीय हालत को देखते हुए सिविल हास्पीटल खरसिया की व्यवस्था सुधारने में उचित पहल करें। उक्त शिकायत पर ही आज एसडीएम श्री तिवारी सिविल हास्पीटल पहुंचे और सिविल हास्पीटल की स्वास्थ्य सुविधाओं को निरीक्षण करते हुए पाई गई कमियों को शीघ्र सुधारने का निर्देश दिया।