Bangladesh News: बांग्लादेश एकबार फिर भयानक हिंसा के दहलीज पर खड़ा है। आज पूर्व पीएम शेख हसीना को उनके कथित अपराधों के लिए इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल सजा सुनाएगी। इस फैसले को ढाका में बड़े स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा। इसले अलावा फेसबुक पर भी इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। मोहम्मद युनूस सरकार के इसे लेकर हाईअलर्ट जारी किया है। साथ ही, हिंसा और आगजनी करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है।
आवामी लीग पर बैन जारी
वहीं, शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग को देश में बैन कर दिया गया है। आवामी लीग अब चुनाव नहीं लड़ सकती है। आदलत के फैसले से पहले शेख हसीना की पार्टी ने एक भावुक मैसेज भी जारी किया है। हसीना ने कहा कि अन्याय करने वालों को एक दिन बंगाल की धरती पर जनता सजा देगी। इसलिए मैं सबको बता दूं कि डरने की कोई बात नहीं है। मैं जिंदा हूं। मैं जिंदा रहूंगी। मैं देश की जनता का साथ दूंगी। इंशाअल्लाह इन अपराधियों को बंगाल की धरती पर सजा दूंगी।
मेरी मां भारत में सुरक्षित
वाशिंगटन डीसी में रहने वाले हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा कि अगर उनकी पार्टी पर से प्रतिबंध नहीं हटाया गया तो उनकी पार्टी आगामी चुनाव में बाधा डालने का काम करेगी। अपनी मां को लेकर वाजेद ने कहा कि वे मेरी मां का क्या कर सकते हैं? मेरी मां भारत में सुरक्षित हैं। भारत उन्हें पूरी सुरक्षा दे रहा है। हसीना पर आने वाले फैसले को लेकर उन्होंने कहा कि हमें ठीक-ठीक पता है कि क्या फैसला आने वाला है। वह टीवी पर मेरी मां को दोषी दिखाएंगे और उसे शायद मौत की सजा सुनाएंगे।
बांग्लादेश में कई जगह हिंसक प्रदर्शन
बांग्लादेश में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी ढाका में मोहम्मद यूनुस के सलाहकार सैयद रिजवाना हसन के घर के बाहर पेट्रोल बम से हमला किया गया। कॉक्सबाजार में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। देश के कई इलाकों से भी हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आ रही हैं। युनूस सरकार ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए शूट एट साइट का ऑर्डर जारी किया है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस आयुक्त एसएम सजात अली ने रविवार देर रात कहा, "मैंने वायरलेस पर कहा है कि जो कोई भी बस में आग लगाता है या जान से मारने के इरादे से देसी बम फेंकता है, उसे गोली मार दी जानी चाहिए. यह अधिकार हमारे कानून में स्पष्ट रूप से दिया गया है."
शेख हसीना पर क्या हैं आरोप
शेख हसीना (बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री) पर मुख्य रूप से उनके 15 साल के शासनकाल (2009-2024) और खासकर 2024 के छात्र आंदोलन (क्वोटा रिफॉर्म मूवमेंट से शुरू होकर गैर-राजनीतिक विद्रोह) के दौरान हुए दमन के आरोप लगे हैं। अगस्त 2024 में वे सत्ता से हटकर भारत भाग गईं, उसके बाद अंतरिम सरकार (मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में) ने उनके खिलाफ सैकड़ों मुकदमे दर्ज किए। नवंबर 2025 तक उनके खिलाफ कुल 150 से अधिक आरोप हैं। हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार, हत्या, अपहरण, चुनावी धांधली जैसे संगीन आरोप भी लगाए गए हैं। (एजेंसी)
शेख हसीना के अलावा कौन-कौन हैं आरोपी
बांग्लादेश में शेख हसीना सहित तीन लोग इन आरोपों का सामना कर रहे हैं। शेख हसीना के अलावा दूसरे आरोपी हैं तत्कालीन गृहमंत्री असदुज्जमां खान कमाल और तीसरे आरोपी पूर्व पुलिस प्रमुख अब्दुल्ला अल मामून है। अब्दुल्ला अल मामून ने व्यक्तिगत रूप से मुकदमे का सामना किया और "सरकारी गवाह" बनकर जाहिर तौर पर रियायत की मांग की है। (एजेंसी)



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