
उषा पाठक
वरिष्ठ पत्रकार
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज कहा कि लोगों को वर्षा जल को जीवन रेखा बनाना चाहिए। इसके साथ ही भविष्य की सुरक्षा को लेकर त्वरित, बहु-स्तरीय संस्थागत कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। श्री गुप्ता ‘जल और प्रकृति’ विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे, जिसे ‘संपूर्णा’ संस्था द्वारा उसके 40-दिवसीय जनजागरूकता अभियान के 30 दिन पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किया गया था।
श्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग के अंतर्गत स्थापित वेटलैंड प्राधिकरण की कार्यप्रणाली और प्रभावशीलता की समीक्षा की जाएगी। यदि आवश्यकता महसूस हुई, तो इस विषय को विधान सभा के पटल पर लाकर संरचित बहस की जाएगी, ताकि नीतिगत कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।जल शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए श्री गुप्ता ने उत्तर चीन जल संसाधन एवं विद्युत शक्ति विश्वविद्यालय(नॉर्थ चाइना यूनिवर्सिटी ऑफ वॉटर रिसोर्सेस एंड इलेक्ट्रिक पावर) का उदाहरण प्रस्तुत किया और भारत में भी जल प्रबंधन के क्षेत्र में अकादमिक संस्थानों की भूमिका को मजबूत करने की आवश्यकता बताई।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि तालाबों और जलाशयों को फिर से जीवित करने की जरूरत है। इसके लिए हमें पुराने पारंपरिक तरीकों और नई तकनीकों को साथ मिलाकर काम करना होगा।एल.एस.