
अमेरिका : अमेरिका के न्यू ऑरलिन्स शहर में 1 जनवरी को सुबह करीब 3:15 बजे बर्बन स्ट्रीट पर नए साल का जश्न मना रहे लोगों पर अचानक से मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। 42 साल के एक शख्स ने तेज़ स्पीड में ट्रक ड्राइव करते हुए न्यू ईयर पार्टी कर रहे लोगों पर चढ़ा दिया। इसके बाद उस हमलावर ने लोगों पर गोलीबारी भी की। इस वजह से लोगों में हड़कंप मच गया और वो अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपी को भी मार गिराया। बाद में उसकी पहचान 42 वर्षीय शम्सुद-दीन जब्बार के रूप में हुई, जो अमेरिकी सेना में भी रह चुका था। अब जब्बार के बारे में एफबीआई (FBI) ने बड़ा खुलासा किया है।
जब्बार था ISIS आतंकी
न्यू ऑरलिन्स अटैक के बाद शुरू हुई जांच में पुलिस को जब्बार के ट्रक से आतंकी संगठन ISIS का झंडा मिला था। इतना ही नहीं, जब्बार ने इस हमले को अंजाम देने से पहले सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी पोस्ट किए थे जिनमें उसने बताया था कि वह इस्लामिक स्टेट से प्रभावित है और कत्लेआम मचाना चाहता है। इस वजह से एफबीआई ने इस हमले को आतंकी हमला मानते हुए इसकी जांच शुरू कर दी। अब एफबीआई ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि जब्बार ISIS आतंकी था।
अकेले ही दिया था आतंकी हमले को अंजाम
एफबीआई को पहले इस बात का शक था कि न्यू ऑरलिन्स अटैक के पीछे सिर्फ जब्बार नहीं था, बल्कि उसके साथ और लोग भी थे, जिन्होंने उसकी मदद की थी। लेकिन अब एफबीआई ने साफ कर दिया है कि जब्बार ने अकेले ही इस आतंकी हमले को अंजाम दिया था।
सड़क पर लगाए थे दो बम
एफबीआई की जांच में चौंका देने वाले और खुलासे भी हुए हैं। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि जब्बार ने फ्रेंच क्वार्टर की सड़क पर दो बम लगाए थे। इन दोनों बमों को जब्बार ने अपने घर पर ही बनाया था और इनके ज़रिए वह और ज़्यादा लोगों को मारना चाहता था। हालांकि बमों के फटने से पहले ही उनका पता लगा लिया गया।
ट्रेलर की तलाशी में क्या मिला?
जब्बार टेक्सास के ह्यूस्टन में एक ट्रेलर में रहता था। आतंकी हमले के बाद जब उस ट्रेलर की तलाशी ली गई, तो उसमें हैरान कर देने वाला सामान मिला। जब्बार के ट्रेलर में बम मनाने के सामान के साथ कुरान भी मिला जिसमें हिंसा फैलाने वाला संदेश और अराजकता की ओर बढ़ती ज़िंदगी का संदेश खुला हुआ था।(एजेंसी)