
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने केजरीवाल सरकार की योजनाओं के तहत संजीवनी योजना की घोषणा की है। यह योजना दिल्ली के लोगों को खासतौर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में राहत देने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत दिल्ली के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं में सस्ती और बेहतर सुविधा मिल सकेगी। केजरीवाल सरकार ने इससे पहले महिलाओं के लिए 2100 रुपये देने की घोषणा की थी, जिससे उनकी आर्थिक मदद करने का प्रयास किया गया था।
अब बुजुर्गों के लिए फ्री इलाज का ऐलान
संजीवनी योजना में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जाएगा, जिसमें मुफ्त इलाज, दवाइयां और टेस्ट जैसी सेवाएं शामिल हो सकती हैं। इस योजना के माध्यम से आम आदमी पार्टी दिल्लीवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का वादा कर रही है। यह भी माना जा रहा है कि यह कदम चुनावी रणनीति के तहत लोगों को आकर्षित करने के लिए उठाया गया है, ताकि पार्टी को और ज्यादा समर्थन मिल सके।
सरकारी और निजी अस्पतालों में सभी का इलाज मुफ्त
अरविंद केजरीवाल ने संजीवनी योजना की घोषणा करते हुए कहा कि इस योजना के तहत सरकारी और निजी अस्पतालों में सभी का इलाज मुफ्त में होगा। उन्होंने इसे एक चुनावी वादा बताते हुए स्पष्ट किया कि बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने के लिए यह योजना लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ख्याल रखेगी, और इसके बदले उन्होंने बुजुर्गों से “आशीर्वाद” के रूप में आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने की अपील की है। केजरीवाल ने इस योजना को दिल्ली चुनावी रणनीति के तहत एक बड़ा कदम बताया, जिसका मकसद दिल्ली के नागरिकों, खासतौर पर बुजुर्ग मतदाताओं का समर्थन हासिल करना है। उनका कहना है कि इस योजना के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से मुफ्त और सुलभ बनाया जाएगा, ताकि दिल्ली के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
गृहमंत्री की टिप्पणी पर बोले केजरीवाल
इस बीच, आप संयोजक ने डॉ अंबेडकर के बारे में संसद में की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि शाह बाबासाहेब अंबेडकर का मजाक उड़ा रहे हैं, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर “अहंकारी” होने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, देखिए अमित शाह जी संसद में बाबा साहब अंबेडकर का किस तरह मजाक उड़ा रहे हैं। ये भाजपा वाले इतने अहंकारी हो गए हैं कि ये किसी को कुछ नहीं समझते। हां, अमित शाह जी। बाबा साहब इस देश के हर बच्चे के लिए भगवान से कम नहीं हैं। मरने के बाद स्वर्ग का तो पता नहीं, लेकिन अगर बाबा साहब का संविधान नहीं होता तो आप लोग शोषित, वंचित, गरीब और दलितों को इस धरती पर जीने नहीं देते। बाबा साहब का अपमान हिंदुस्तान बर्दाश्त नहीं करेगा। ( एजेंसी)