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वाराणसी के 10 बड़े मंदिरों से क्यों हटाई जा रहीं साईं बाबा की प्रतिमाएं? जानिए क्या है पूरा मामला

वाराणसी के 10 बड़े मंदिरों से क्यों हटाई जा रहीं साईं बाबा की प्रतिमाएं? जानिए क्या है पूरा मामला

वाराणसी के बड़ा गणेश मंदिर और पुरुषोत्तम मंदिर से हटाई गई साईं प्रतिमा

साईं प्रतिमा को गणेश मंदिर परिसर में सफेद कपड़े में लपेटा

सनातन रक्षक दल की ओर से चलाया जा रहा है अभियान

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाने का मामला सामने आया है। बड़ा गणेश मंदिर और पुरुषोत्तम मंदिर से साईं की प्रतिमा हटाई गई है। इस मामले को हिंदूवादी संगठन ने जोर-जोर से उठाया था। भगवान के मंदिर में साईं की प्रतिमा न लगाए जाने की बात कही गई। इसके बाद मंदिर प्रबंधन की सहमति ली गई। इसके बाद प्रतिमाओं को हटाए जाने के निर्णय लिया गया। सनातन रक्षक दल की ओर से इन प्रतिमाओं को हटाए जाने का अभियान चलाया गया है। सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि मंदिर प्रबंधन की मंजूरी के बाद प्रतिमाओं को हटाया गया है।

उत्तर प्रदेश के काशी में मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाने का मामला सामने आया है। बड़ा गणेश मंदिर और पुरुषोत्तम मंदिर से साईं की प्रतिमा हटाई गई है। इस मामले को हिंदूवादी संगठन ने जोर-जोर से उठाया था। भगवान के मंदिर में साईं की प्रतिमा न लगाए जाने की बात कही गई। इसके बाद मंदिर प्रबंधन की सहमति ली गई। इसके बाद प्रतिमाओं को हटाए जाने के निर्णय लिया गया। सनातन रक्षक दल की ओर से इन प्रतिमाओं को हटाए जाने का अभियान चलाया गया है। सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि मंदिर प्रबंधन की मंजूरी के बाद प्रतिमाओं को हटाया गया है।

साईं मूर्ति हटाने के पीछे क्या दिया जा रहा तर्क

दरअसल, सनातन रक्षक दल का कहना है कि हम साईं के विरोधी नहीं हैं. सनातन रक्षक दल का कहना है कि शास्त्रों के मुताबिक, किसी भी देवालय या मंदिर में मृत मनुष्यों की मूर्ति स्थापित कर पूजा वर्जित है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में मंदिरों में केवल पंच देवों- सूर्य, विष्णु, शिव, शक्ति, और गणपति के स्वरूपों की मूर्तियां ही स्थापित की जा सकती हैं। वैसे इससे पहले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती भी साईं पूजा का विरोध किया था। साईं बाबा का असली नाम है चांद मियां? विरोध करने वालों का ये भी कहना है साईं बाबा का असली नाम चांद मियां है और वो मुस्लिम थे। इससे पहले भी कई धर्मगुरुओं ने साईं पूजा पर सवाल खड़े किए हैं। वैसे साईं पूजा को लेकर विवाद नया नही है। पहले भी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने साईं पूजा का विरोध किया है। वहीं, पिछले दिनों बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री ने भी साईं पूजा का विरोध किया था।उन्होंने कहा था लोगों को लगता है कि मैं साईं बाबा का विरोधी हूं, लेकिन मैं उनका विरोधी नहीं हूं।महात्मा के रूप में बाबा पूजे जा सकते हैं, लेकिन परमात्मा के रूप में नहीं।(एजेंसी)

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