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बाढ़ को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम और झारखंड की सीएम आमने-सामने, लगातार पानी छोड़े जाने से ममता बनर्जी नाराज

बाढ़ को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम और झारखंड की सीएम आमने-सामने, लगातार पानी छोड़े जाने से ममता बनर्जी नाराज

धनबाद: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में आई बाढ़ के कारण झारखंड से बंगाल में प्रवेश करने वाले मालवाहक वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी है. इससे एनएच-2 पर मैथन के पास लंबा जाम लग गया है. गुरुवार शाम करीब 6 बजे वाहनों की एंट्री पर रोक लगी थी. जिसके बाद से एनएच पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है. फिलहाल करीब 10 किमी तक जाम लगा हुआ है.जाम वाले इलाके जैसे मैथन के पास डीबूडीह चेकपोस्ट, संजय चौक, मुगमा, बेलचढ़ी में यातायात काफी प्रभावित है. स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है. इस जाम में खासकर कच्चा माल लदे वाहन चालक परेशान हैं. उनका कहना है कि 18 घंटे से अधिक समय से जाम में फंसे हैं. ऐसे में गाड़ी में लोड कच्चा माल खराब हो रहा है. इससे लाखों का नुकसान हो रहा है.

हिमाचल के सेब हो रहे खराब
हिमाचल से सेब लेकर आ रहे ट्रेक चालक ने कहा कि उन्हें रात दो बजे तक कोलकाता की मंडी में माल खाली कर देना था, लेकिन शाम 7 बजे से ही जाम में फंसा हूं. धूप में सेब खराब हो रहे हैं. मंडी से फोन पर कहा जा रहा है कि अब माल नहीं लिया जाएगा. ऐसे में भाड़ा भी नहीं मिलेगा. माल का नुकसान तो हो ही रहा है. उन्होंने कहा कि करीब 10 से 12 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है
       
3 दिन तक जाम रहने की आशंका
एक अन्य ट्रक चालक का कहना है कि उनकी गाड़ी में नाशपाती लोड है. जाम लगने से भाड़े का 1.20 लाख और 5 लाख रुपये के माल का नुकसान हो रहा है. जिंक लोडेड ट्रक चालक ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस फैसले से कल रात से मैथन में फंसा हूं. कहा जा रहा है कि 3 दिनों तक जाम की स्थिति रहने वाली है. प्रतिदिन 3 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है. वहीं यूपी से बकरा लेकर जा रहे चालक ने कहा कि रात से जाम में फंसा हूं. सुबह 3 बजे तक कोलकाता पहुंच जाना था. लेकिन अभी तक जाम में फंसा हूं. बकरे का दाना भी खत्म हो गया है. ऐसे में बकरी के मरने का खतरा मंडरा रहा है. चालकों ने कहा कि जाम में फंसे होने के कारण खाने-पीने की भी दिक्कत है. कई चालक रात से ही भूखे-प्यासे हैं.

ट्रक चालकों ने जताई नाराजगी
कोलकाता की मंडी में आलू लेकर जा रहे एक चालक ने कहा कि सड़क जाम की जानकारी पहले से होती तो माल लोड नहीं करता. आलू कच्चा माल होता है. धूप की वजह से सड़न आने लगी है. ऐसे में कम ही उम्मीद है कि मंडी में आलू लिया जाएगा. करीब 10 लाख रुपये का नुकसान हो सकता है. जाम से परेशान ट्रक चालक ममता सरकार पर भी खूब बसरे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में प्रवेश करते ही हम लोगों को सरकार व पुलिस का डर सताने लगता है. जगह-जगह पुलिस वसूली करती है. अनावश्यक परेशान किया जाता है.

ये है पूरा मामला
झारखंड में लगातार 72 घंटे से अधिक बारिश होने से मैथन डैम व पंचेत डैम का जल स्तर काफी बढ़ गया था. जिससे मैथन डैम के 12 में से 10 गेट खोल दिए गए थे. वहीं, पंचेत डैम का भी गेट खोल दिया गया था. इससे दक्षिणी बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई थी. गुरुवार को बाढ़ ग्रसित इलाकों के दौरे के दौरान ममता बनर्जी ने बाढ़ के लिए डीवीसी को जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्र व राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत पानी छोड़ा गया. बाढ़ से बंगाल के लोग परेशान हैं. डीवीसी ने 5 लाख क्यूसेक पानी बंगाल में छोड़ा है. लिहाजा उन्होंने झारखंड से बंगाल में प्रवेश करने वाले मालवाहक गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी.

लगातार पानी छोड़ने से ममता नाराज
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि लगातार झारखंड सरकार और डीवीसी से बात करने के बाद भी पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है.इधर, कहा जा रहा है कि लगातार बारिश के बाद मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया. डैमों की सुरक्षा को ध्यान में रख केंन्द्रीय जल आयोग और डीवीसी के एमआरओ विभाग ने मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ा है. आयोग हर पल डैमों के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है और उसके आधार पर पानी छोड़ने की मात्रा कम भी की जा रही है.(एजेंसी)

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