नई दिल्ली : दिल्ली में क्राइम ब्रांच पुलिस ने सफदरजंग एनक्लेव स्थित एक होटल के कमरे में 31 मार्च को हुई कारोबारी की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने कारोबारी दीपक सेठ की हत्या के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है जिसकी पहचान निकिता उर्फ अंजलि उर्फ निक्की उर्फ ऊषा के रूप में हुई है।
आरोपी हरियाणा के पानीपत की रहने वाली है। महिला कारोबारी के साथ होटल में आई थी और रात करीब 12:25 बजे होटल से अकेली सामान लेकर निकली थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कारोबारी का बैग सोने की अंगूठी मोबाइल फोन ऊषा का फर्जी आधार कार्ड और अपराध में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद किया है। क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि 31 मार्च को होटल के कमरे में मयूर विहार फेज-1 के रहने वाले कारोबारी दीपक सेठ संदिग्ध अवस्था में मृत मिले थे। उनके हाथ पर रखे कागज पर लिखा था आप एक नाइस पर्सन हैं सॉरी सॉरी सॉरी मेरी बहुत ज्यादा मजबूरी थी जो आपके साथ ये किया एक्सट्रीमली सॉरी यार। शुरुआती जांच में पता चला कि दीपक एक युवती के साथ वहां आए थे।
युवती ने ठहरने के लिए जो आधार कार्ड दिया था वह फर्जी था। एक मोबाइल नंबर भी मिला जो हत्या से दस दिन पहले 20 मार्च को लिया गया था। टेक्निकल सर्विलांस और सीडीआर की मदद से पुलिस को संतगढ़ दिल्ली स्थित एक दुकान से इसे रिचार्ज करावने का पता चला। गहराई से जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि नाइजीरिया निवासी चिड़े ने मोबाइल रिचार्ज करवाया था। इस पर पुलिस ने चिड़े से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मधुमिता नाम की एक महिला के साथ रहता है। उसकी जानकार है निकिता जो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रही है।
इसके बाद पुलिस ने उससे मिली सूचना के आधार निकिता को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में निकिता ने बताया कि मधुमिता से जेल में उसकी मुलाकात हुई थी। मधुमिता ने ही उसे बताया था कि दीपक के पास बहुत पैसा है जिसे ऐंठने के लिए दोनों ने मिल कर योजना बनाई। इसके बाद निकिता ने योजना के अनुसार कारोबारी को होटल बुलाया जहां पर नशीला पदार्थ देकर उसे लूट लिया लेकिन नशीली दवा के ओवरडोज की वजह से दीपक की मौत हो गई थी।