राकेश यादव
नजर आ रहा है कि खून पसीना बहाकर हजारों फीट गहरी खदान में जाकर अपनी जान जोखिम में डालकर किए गए कार्य के एवज में मिलने वाली जीवन भर की पूंजी को आखिर किस वजह से रोक दिया गया
पेंशन एवं भविष्य निधि की राशि पाने को लेकर वेकोलि प्रबंधन के खिलाफ उपक्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के सामने 3 दिनों से धरने पर बैठा सेवानिवृत्त कामगार
लापरवाह प्रबंधन वर्ग नहीं दे रहा इस ओर ध्यान, राशि न मिलने पर दर-दर भटकने के कगार पर पहुंचा सेवानिवृत्त कामगार का परिवार.
छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव : कन्हान एरिया के उपक्षेत्र अंबाड़ा की भवानी खदान में कार्यरत रहा सेवानिवृत्त कामगार रिटायर्ड होने के 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी पेंशन ग्रेजुएटी एवं भविष्य निधि की राशि पाने के लिए दर-दर भटकता नजर आ रहा है एवं स्थानीय स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों तक गुहार लगाए जाने के बावजूद भी किसी भी तरह की सुनवाई ना होने पर यह सेवानिवृत्त कामगार भवानी पिता भीकम उपक्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के समक्ष विगत 3 दिनों से धरने पर बैठा हुआ है एवं प्रबंधन से गुहार लगाता नजर आ रहा है
कि उसके खून पसीना बहाकर हजारों फीट गहरी खदान में जाकर अपनी जान जोखिम में डालकर किए गए कार्य के एवज में मिलने वाली जीवन भर की पूंजी को आखिर किस वजह से रोक दिया गया। गौरतलब है कि सेवानिवृत्त कामगार भवानी पिता भीकम जोकि बंद हो चुकी भवानी खदान में पंप खलासी के पद पर कार्यरत था एवं जब वह रिटायर्ड हुआ तो किसी व्यक्ति के द्वारा की गई शिकायत जोकि पिता के नाम को लेकर थी उसे आधार बनाकर प्रबंधन के द्वारा कामगार के जीवन भर की पूंजी को रोक दिया गया
एवं इस मामले में प्रबंधन के द्वारा सही रूप से जांच भी नहीं की गई और उसे गंभीर आरोप का दोषी ठहरा दिया गया जबकि उक्त सेवानिवृत्त कामगार के जितने भी दस्तावेज है जैसे वेकोलि का सेवा अभिलेख, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, कालरी पहचान पत्र, नियुक्ति पत्र, बैंक पासबुक, कालरी की वेतन पर्ची, वोटर लिस्ट, सहित जितने भी दस्तावेज है लगभग सभी में भवानी पिता भीकम लिखा हुआ है तो फिर पूर्व एवं वर्तमान प्रबंधक के द्वारा किस दस्तावेज को आधार मानकर उक्त कामगार की राशि रोक दी गई यह बात समझ से परे है।
प्रबंधक की लापरवाही व हठधर्मिता की वजह से आज इस सेवानिवृत्त कामगार के परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न होने लगा है एवं भूखे मरने की नौबत आने वाली है आखिर इस तरह की परिस्थिति का जिम्मेदार कौन है यही स्थिति रही आगामी दिनों में इस सेवानिवृत्त कामगार के सामने आत्मदाह किए जाने के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा।