जानी-मानी एक्ट्रेस दीना पाठक ने अपनी एक्टिंग के जरिए लोगों के दिलों-दिमाग पर गहरी छाप छोड़ी है। आज भी लोग उनकी एक्टिंग के दीवाने हैं। हालांकि, हर किसी की तरह दीना पाठक की जिंदगी में भी कई उतार-चढ़ाव आए।दीना पाठक…फिल्मों में अक्सर मां या दादी का किरदार निभाने वाली इस एक्ट्रेस को भला कौन नहीं जानता है। ‘गोलमाल’, ‘उमराव जान’, ‘तमस’ जैसी बेहतरीन फिल्मों में अभिनय करने वाली इस अदाकारा का हरेक किरदार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। आज भी आदाकारा की गिनती हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्रियों में होती है। हालांकि, एक समय ऐसा भी था जब दीना पाठक की जिंदगी में उथल-पुथल मच गई थी। उनकी पूरी जिंदगी बदल गई थी। आइए अभिनेत्री के जन्मदिवस पर जानते हैं उनसे जुड़ा यह किस्सा…
राजेश खन्ना के करियर खत्म होने के बाद आई परेशानियां
दीना अपनी जिंदगी में काफी खुश थीं। वह नाटकों के जरिए लोगों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ जागरूक करने का काम किया करती थीं। उनके नाटकों की डिमांड इतनी हुआ करती थी कि लोगों को सुबह 4 बजे से लाइन में लगना पड़ता था। इतनी सफल होने के बावजूद, दीना का दिल एक कपड़े सिलने वाले दर्जी पर आ गया। दीना ने गेटवे ऑफ इंडिया के पास कपड़े की दुकान चलाने वाले बलदेव पाठक से शादी कर ली। हालांकि, बलदेव पाठक आम दर्जी नहीं थे। वे राजेश खन्ना और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज कलाकारों के कपड़े डिजाइन किया करते थे। हालांकि, जब राजेश खन्ना का करियर खत्म हुआ तब बलदेव पाठक की भी दुकान बंद हो गई। दुकान के जाने के कुछ समय बाद बलदेव पाठक भी चल बसे।
घर चलाने के लिए दीना पाठक को करना पड़ता था ये काम
पति के जाने के बाद घर और बच्चों की सारी जिम्मेदारियां दीना पर आ गईं। उस वक्त दीना के बच्चे छोटे थे इसलिए वह काम पर जाने के लिए रोज सुबह बच्चों को पड़ोसी के घर छोड़ देती थीं। काम की वजह से दीना बच्चों को समय नहीं दे पाती थीं। ऐसे करते-करते दीना ने अपने 60 साल के लंबे करियर में 120 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। हालांकि, फिर भी दीना ने अपनी ज्यादातर जिंदगी किराये के घर में बिताई। पाई-पाई जमा करने के बाद 75 साल की उम्र में उन्होंने अपना घर लिया था और फिर 80 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गईं। बता दें, दीना की दो बेटियां हैं- रत्ना पाठक शाह और सुप्रिया पाठक।