हरी देवांगन की रिपोर्ट

जांजगीर चांपा : जांजगीर चांपा जिले का श्रम विभाग बना मूकदर्शक,,, प्रदेश सहित जिले से श्रम शक्तियों का हो रहा पलायन किसी भी राज्य के लिए श्रम शक्ति का क्या मायने होता है,यह कहने वाली कोई बात नहीं है,श्रमिकों के दम पर ही प्रदेश का चहुंमुखी विकास संभव है,और यही श्रम शक्ति यदि कमाने खाने के नाम सहित विभिन्न कारणों से अन्य प्रदेश में कुच करने लगे तो जिला सहित पूरे प्रदेश का विकास को ग्रहण लगना निसंदेह कहां जा सकता है,और ऐसा ही नजारा इसी सप्ताह

सोमवार27फरवरी को देखने को मिला जहां चांपा रेलवे प्लेटफार्म में पलायन करने के लिए महिला पुरुष एवं मासूम बच्चों एवं बोरिया बिस्तर सहित अपार भीड़ देखने को मिला जो प्रदेश सहित जिला छोड़कर कोरबा अमृतसर ट्रेन में सवार होकर पंजाब के अमृतसर जालंधर सहित अन्य जिलों के लिए श्रम विभाग के नाक तले पलायन होते हुए देखा गया,इस दौरान इन अपार श्रम शक्तियों को रोकने,समझाने और पूछने वाला कोई नहीं उपस्थित था,जिनके चलते निर्भीक होकर मजदूरों ने प्रदेश सहित जिला छोड़ दूसरे राज्य में कमाने खाने के लिए देखा गया,आखिर क्या वजह है,जो मजदूर अपने जिले को छोड़कर दूसरे राज्य में जाकर अपना उदर पूर्ति के लिए विवश हो रहे हैं,मामला और प्रश्न गंभीर है जिसे गंभीर जांच का मुद्दा समझा जाना चाहिए,,,,,।

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