नई दिल्ली : दिल्ली के गोकुलपुरी थाना इलाके में हुए एक रिटायर्ड प्रिंसिपल राधेश्याम वर्मा और उनकी पत्नी वीणा के सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने महज कुछ ही घंटों में खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाली मास्टरमाइंड बहू मोनिका वर्मा और उसके प्रेमी आशीष भार्गव को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनका एक सहयोगी विकास अभी भी फरार चल रहा है। कातिल बहू का अगला निशाना, उसका पति रवि था, लेकिन इससे पहले कि वो अपने मंसूबे में कामयाब हो पाती, पुलिस ने उसे दबोच लिया। रवि और मोनिका की शादी साल 2016 में हुई थी, लेकिन वो अपनी शादी से खुश नहीं थी। कोविड के दौरान मोनिका सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो गई। कई लड़कों से उसकी दोस्ती हुई। इसी दौरान अगस्त 2020 में उसकी दोस्ती आशीष भार्गव से हुई। इसके बाद दोनों पहली बार फरवरी 2021 में एक होटल में मिले।
फिर लगातार दोनों होटल में मिलते रहे, लेकिन जल्द ही रवि को इसका पता चल गया। इस पर रवि ने काफी नाराजगी जाहिर की और मोनिका से स्मार्ट फोन लेकर उसकी जगह सिंपल बटन वाला फोन दे दिया। इसके अलावा मोनिका के सास-ससुर ने भी उसे आशीष के साथ देख लिया था। इसके बावजूद मोनिका और आशीष मिलते रहे। आशीष तो मोनिका को अपने परिवार से भी मिलवा चुका था। मोनिका के विवाहेत्तर सम्बंध को लेकर परिवार में अक्सर झगड़े होते रहते थे। ससुर राधे श्याम चिल्ला-चिल्लाकर बहू को डांटते थे, जबकि सास उस पर नजर रखती थी।
पुलिस को मोनिका ने बताया कि वह ससुराल की सारी प्रॉपर्टी हड़पने के अलावा, रवि से छुटकारी चाहती थी। इसके लिए उसने आशीष से बातचीत की। आशीष इसके लिए तैयार हो गया। मकान का ब्याना आने पर मोनिका को लगा कि मकान उसके हाथ से निकल जाएगा, तो उसने जल्द वारदात को अंजाम देने की ठानी। पुलिस की पूछताछ में मोनिका ने खुलासा किया कि इस सनसनीखेज हत्या की साजिश उसने दिसंबर 2022 में ही रच ली थी। वहीं आशीष बॉडी बिल्डर है और फिलहाल वैशाली के एक मॉल स्थित बार में बाउंसर की नौकरी कर रहा था। अचानक जब उसके ससुर ने 12 फरवरी को प्रॉपर्टी का सौदा कर दिया तो उसने आशीष से जल्द ही सास-ससुर को रास्ते से हटाने के लिए कहा। इसके लिए वह 20 और 27 फरवरी को आशीष से बाहर मिली। बाद में योजना बनाकर बड़े ही सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया, लेकिन पुलिस ने चंद ही घंटों में इससे पर्दा उठा दिया। उनका अगला टारगेट मोनिका का पति रवि था।