जान्जगीर-चाम्पा

ध्वनि विस्तारक यंत्र पर नियंत्रण हेतु गैर राजनीतिक दल आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर के नाम सोपे ज्ञापन

ध्वनि विस्तारक यंत्र पर नियंत्रण हेतु गैर राजनीतिक दल आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर के नाम सोपे ज्ञापन

सीजी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड एवं सीजीपीएससी जैसी बड़ी परीक्षाएं मार्च अप्रैल में होगी आयोजित। डीजे, स्पीकर के तेज ध्वनि से होती है परेशानी।

"जल्द मीटिंग कर इसपर होगी कार्रवाही" - आश्वासन। 

No description available.

प्रतिवर्ष की भांति फरवरी मार्च अप्रैल में परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। जहां बहुत से छात्र परीक्षा की तैयारी करते हैं। इसी वर्ष की सीजीबीएससी की 10वीं, 12वीं की परीक्षा फरवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू हो आ जायेगी। वहीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा भी मार्च अप्रैल में आयोजित होगी। प्रतियोगी परीक्षा जैसे सीजीपीएससी एवं विश्वविद्यालयों की भी परीक्षाएं होंगी। जिसको लेकर बहुत से छात्र अपनी पढ़ाई में संलग्न हो चुके हैं एवं गंभीरता पूर्वक अपने भविष्य को देखते हुए तैयारी में लगे हैं। परंतु इसी बीच शादी विवाह का सीजन भी है। जहां डीजे स्पीकर इत्यादि ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग किया जाएगा जिसे देर रात तक तेज ध्वनि में बजाया जाता है। जिससे छात्रों की पढ़ाई में रुकावट होगी एवं वे परीक्षा की सही से तैयारी नहीं कर पाएंगे। जिसको देखते हुए गैर राजनीतिक दल आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा एवं संघ छात्र मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता की उपस्थिति में कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर ध्वनि विस्तारित यंत्रों पर नियंत्रण करने की मांग की गई। संघ द्वारा ज्ञापन में लिखा गया कि -  इस वर्ष, मार्च अप्रैल माह में आयोजित होने वाली छात्रों की परीक्षाओं का समय आ गया है, जो हर वर्ष की भांति छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। इसमें मुख्यतः अभी फरवरी-मार्च में सीजीबीएससी 10वीं और 12वीं कक्षाएं शामिल हैं, साथ ही कई प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे सीपीएससी एवं अन्य परीक्षाएं भी शामिल हैं।

छात्रों के लिए यह समय गम्भीरता के साथ नजर आता है, क्योंकि इसमें उन्हें अध्ययन करने और परीक्षा की तैयारी करने का दबाव होता है। यह एक चुनौतीपूर्ण क्षण हो सकता है, क्योंकि छात्रों को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सही दिशा में प्रयास करना होता है।

हालांकि, इसी समय में एक और महत्वपूर्ण पहलू है - शादी और अन्य समारोह का सीजन। इस समय में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशियों का आनंद तेज आवाज में डीजे बजाकर लेते हैं। इसमें विवाह समारोह, बर्थडे पार्टी और अन्य सामाजिक घटनाएं शामिल हो सकती हैं। ज्यादातर देर रात के समय लोगों द्वारा गाने बजाए जाते हैं। छात्रों को इस दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उन्हें अपनी पढ़ाई को परिपूर्णता के साथ जारी रखना होता है, साथ ही उन्हें समाजिक और परिवारिक समर्थन भी देना होता है।

जिसको लेकर गैर राजनीतिक दल आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर से मांग किया की दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मार्च-अप्रैल माह में समारोहों में तेज ध्वनि में डीजे बजाए जाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाए एवं डेसिबल तय किया जा सके ताकि आयोजन पर सीमित डेसिबल पर ही डीजे अथवा स्पीकर बजे एवं डीजे बजाए जाने हेतु समय-सीमा तय किया जाए जिससे कि रात को छात्रों को अध्ययन करते समय किसी प्रकार का कोई रुकावट न आए।

ज्ञापन सौंपने के दौरान संघ के अन्य कार्यकर्ता एवं छात्र उपस्थित रहे संघ को यह आश्वासन दिया गया कि जल्द ही मीटिंग कर इस पर निर्णय लिया जाएगा।

More Photo

    Record Not Found!


More Video

    Record Not Found!


Related Post

Leave a Comments

Name

Contact No.

Email