दुर्ग

चोरी के ट्रेक्टर सहित 1 आरोपी को थाना विश्रामपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार

चोरी के ट्रेक्टर सहित 1 आरोपी को थाना विश्रामपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार

हाशिम खान 

सूरजपुर।  ग्राम केशवनगर निवासी विद्याराम ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि बीते दिन अपने ट्रेक्टर को घर के सामने खड़ा किया था जिसे किसी अज्ञात चोर ने चोरी कर लिया है। रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 379 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।

मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने अज्ञात चोर की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। थाना विश्रामपुर पुलिस के द्वारा मामले की विवेचना करने के दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि सिलफिली जंगल मेन रोड़ के किनारे एक संदिग्ध व्यक्ति महिन्द्रा ट्रेक्टर को बार-बार स्टार्ट करने की कोशिश कर रहा है, सूचना पर पुलिस टीम फौरन मौके पर पहुंची जहां संदेही भोला राजवाड़े पिता मटकू राम उम्र 24 वर्ष ग्राम सुंदरगंज चौकी लटोरी को पकड़ा। पूछताछ पर उसने बताया कि शनिवार को सूरजपुर से लौटते वक्त ग्राम केशवनगर में ट्रेक्टर को खड़ा देख उसे चुराकर अम्बिकापुर ले जाकर बेचने की योजना बनाकर ट्रेक्टर को चोरी कर चलाते हुए सिलफिली जंगल तक आया जहां ट्रेक्टर बंद हो गया जिसे कई बार स्टार्ट करने की कोशिश करने पर भी स्टार्ट नहीं हुआ। मामले में चोरी का महिन्द्रा ट्रेक्टर क्रमांक सीजी 15 डीएच 1122 कीमत 3 लाख 25 हजार रूपये का  जप्त कर आरोपी भोला राजवाड़े को गिरफ्तार किया गया।

कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विश्रामपुर अलरिक लकड़ा, एएसआई सोहन सिंह, शशि शेखर तिवारी, प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी, इन्द्रजीत सिंह, अविनाश सिंह, दरश देवांगन, विकास सिंह, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, जय प्रकाश यादव, खेलसाय, अजय प्रताप, रविशंकर पाण्डेय, दीपक सिंह, योगेश व महिला आरक्षक द्रोपदी राजवाड़े सक्रिय रहे।

रजा यूनिटी फाउंडेशन छत्तिसगढ़ ने ऐलान किया है कि 29 सफर यानी 16 सितंबर को रबी-उल-अव्वल का चांद हो गया है। इसलिए रबी-उल-अव्वल की पहली तारीख 17 सितंबर को होगी। ईद मिलाद-उन-नबी 28 सितंबर को मनाया जाएगा।

मिलाद उन नबी इस्लाम धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। इस शब्द का मूल मौलिद है, जिसका अर्थ अरबी में जन्म है। अरबी भाषा में 'मौलिद-उन-नबी' का मतलब, हज़रत मुहम्मद सल लल लाहु अलैहि व सल्लम की पैदाईश है। यह त्यौहार 12 रबी अल-अव्वल को पुरी दुनिया में मनाया जाता है, मिलाद उन नबी संसार का सबसे बड़ा जश्न माना जाता है।

मिलाद-उन-नबी इस्लामी माह के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 11वें और 12वें दिन मनाया जाता है। पैगंबर मोहम्मद सल लल लाहू अलैहि व सल्लम ने अल्लाह के हुक्म से जिस दिन को चलाया, उसे ही इस्लाम कहा जाता है। ईद मिलाद-उन-नबी के दिन घर, गलियों, मस्जिदों को लाइटों, झंडियों से सजाया जाता है और धूमधाम से पैगंबर मोहम्मद सल लल लाहू अलैहि व सल्लम की याद मनाई जाती है। इस दिन कुरान शरीफ की तिलावत की जाती है, इस्लाम के पैगाम को आम किया जाता है। अपने जीवन में मोहम्मद सल लल लाहू अलैहि व सल्लम की शिक्षा को उतारने के लिए प्रेरित किया जाता है। पैगंबर मोहम्मद सल लल लाहू अलैहि व सल्लम के सम्मान में इस दिन हर जगह जुलूस निकाले जाते हैं और लोग इस दिन गरीबों व जरूरतमंदों को दान व जकात देते हैं। रज़ा यूनिटी फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष शादाब आलम रजवी ने छत्तिसगढ़ प्रदेश के मुसलमानों से गुज़ारिश की है की प्रदेश में शांति सद्भाव के साथ मिलादुन्नबी मनाया जाए।

More Photo

    Record Not Found!


More Video

    Record Not Found!


Related Post

Leave a Comments

Name

Contact No.

Email