राजधानी

बी.टेक. (फूड टेक्नालॉजी) 4 वर्षीय पाठयक्रम शासकीय महाविद्यालय से

बी.टेक. (फूड टेक्नालॉजी) 4 वर्षीय पाठयक्रम शासकीय महाविद्यालय से

रायपुर : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर का शासकीय फूड टेक्नालॉजी कॉलेज, रायपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक मात्र महाविद्यालय है जो बी.टेक. (फूड टेक्नालॉजी) का 4 वर्षीय पाठ्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली से अनुमोदित सिलेबस के अनुरूप 2020 से प्रदेश की राजधानी रायपुर में संचालित है। इस महाविद्यालय का प्रथम बैच मई 2024 में सभी प्रकार के प्रशिक्षण, इन्टर्नशीप एवं विषयों के अध्ययन पश्चात् परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है। अत्यंत हर्ष का विषय है, कि इस महाविद्यालय के सभी विधार्थियों को फूड इन्डस्ट्री से कैम्पस सेलेक्शन द्वारा PPO (Pre Placement offer ) प्राप्त हो चुका है। बी.टेक (फूड टेक्नालॉजी) के इस कोर्स, प्रवेश प्रक्रिया, शुल्क, सुविधाएं, रोजगार, उच्च अध्ययन से संबंधित जानकारी प्रवेश के युवाओं एवं पालकगणों हेतु प्रस्तुत है |

फूड टेक्नालॉजी – रोजगारोन्मुखी कोर्स

बी.टेक. (फूड टेक्नालॉजी) 4 वर्षीय पाठयक्रम शासकीय महाविद्यालय से

फूड टेक्नालॉजी की असीम संभावनाओं को देखते हुए इससे संबंधित उपक्रम प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में तेजी विकसित हो रहे है। नवीन उद्यमों को एवं पूर्व से संचालित उपक्रम को प्रशिक्षित मानव शक्ति की अत्यंत आवश्यकता को अनेक बैठकों में चर्चा की गई। जो यह दर्शाता है, कि फूड टेक्नालॉजी वर्तमान काल की एक अत्यंत महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला क्षेत्र है । सर्वेक्षण के द्वारा यह ज्ञात किया गया है कि प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होने से एवं वर्तमान समय के अनुसार व्यस्त जिन्दगी में जन समुदाय की जीवन शैली में प्रोसस्ड फूड प्रोडक्टस की मांग में लगातार वृध्द हो रही है। इस प्रकार की स्थिति से हमारा प्रदेश भी अछूता नहीं है। छत्तीसगढ प्रदेश में विभिन्न फसलों की, सब्जियों की, फलों की एवं लघु अनाज एवं वनोपज की प्रचुरता को देखते हुए इस प्रदेश में भी फूड टेक्नालॉजी से संबंधित टेक्नालॉजी एवं प्रोसेंसिग इंजीनियरिंग का उपयोग करते हुए अनेक प्रकार के डब्बा बंद, प्रसंस्कृत उत्पाद, इंस्टैन्ट / रेडी टू इट प्रकार के फूड प्रोडक्टस का निर्माण एवं संबंधित उपक्रम तेजी से विकसित हो रहे है, देश ही नहीं विश्व में डब्बा बंद, प्रसंस्कृत उत्पाद, इंस्टैन्ट / रेडी टू इट प्रकार के खाद्य व्यंजनों की मांग तेजी से बढ़ रही है, विश्व में भारत प्रोसेस्ड फूड के खपत में 13वें स्थान पर पहुंच चुका है। जो यह दर्शाता है कि फूड इंस्टी. तेजी से मानव सामाज स्वीकार कर रहा है । एवं उसकी पहुंच ग्रामीण एवं

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शहरी दोनों अचलों में प्रभावशील है। फसल और फल सब्जियों का उत्पादन लगातार बढ़ता जा रहा हैं एवं उनकी खपत उस मौसम में न होने के कारण अधिकांश समय कृषकों को हानि की संभावना होती हैं । ऐसी स्थिति से बचने के लिये इन फसलों, फल, सब्जियों में फूड टेक्नालॉजी एवं फूड इंजीनियरिंग की टेक्नालॉजी का उपयोग करके इनसे मूल्यवर्धित उत्पादों का निर्माण किया जा रहा हैं जिसे की गैर मौसमी समयकाल में आसानी से उपयोग कर कृषक समुदाय को आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है।

मूल्यवर्धित उत्पाद निर्माण से किसानों, युवाओं, महिला स्व सहायता समूहों के लिए रोजगार के नए अवसर विकसित हुए है। इसका आशय यह है कि फूड टेक्नालॉजी के कार्य अत्यंत उपयोगी हैं एवं इस क्षेत्र के बहुमुखी विकास हेतु मानव संसाधन का विकास करना अति आवश्यक हैं। अन्य प्रदेशों ने इस विषय की उपयोगिता को ध्यान में रखते हु अपने-अपने प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटका, तमिलनाडु, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश आदि प्रदेशों में या तो अनुसंधान के केन्द्र प्रारंभ किये गये या बी. टेक. (फूड टेक्नालॉजी) के शैक्षणिक संस्थान प्रारंभ किये है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के शासकीय फूड टेक्नालॉजी कॉलेज, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में भी बी. टेक. (फुड टेक्नालाजी) का उपाधि पाठ्यक्रम संचालित है। वर्ष 2024-25 में इस पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु प्रक्रिया का विज्ञापन एवं दिशा-निर्देश शीघ्र ही समाचार पत्रों में प्रकाशित किये जाने वाले है । इस 4 वर्षीय पाठ्यक्रम के दौरान विद्यार्थीयों को फुड टेक्नालाजी, फुड इंजीनियरिंग, फुड माइक्रोबायोलॉजी, फुड केमेस्ट्री, फुड क्वालिटी टेस्टिंग, फुड बिजनेस मैनेजमेंट, फुड न्यूट्रीसन, फुड प्लांट ऑपेरशन आदि से संबंधित विषयों को महत्व के अनुसार शिक्षण एवं प्रायोगिक कार्य हेतु अलग-अलग कार्य निर्धारित किए गए है। इस पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को फूड इंडस्ट्रीज जैसे फ्रोजन फूड इंडस्ट्रीज, जैमजैली इंडस्ट्रीज, बैकरी इंडस्ट्रीज, स्पाईस इंडस्ट्रीज, बिस्कीट एवं कनफेक्स्नरी इंडस्ट्रीज, पैकेजिंग इंडस्ट्रीज, ऑयल इंडस्ट्रीज, डेयरी इंडस्ट्रीज, मीट एवं फिश प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज, पोल्ट्री इंडस्ट्रीज, ग्रेन प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज, सोया प्रोडक्स इंडस्ट्रीज आदि में एक सेमेस्टर के लिए अनुलग्न किया जाता है। युवाओं के द्वारा इस उपाधि को प्राप्त करने के पश्चात् उपरोक्त सभी इंडस्ट्रीज में रोजगार अवसर के साथ - साथ शासकीय - गैर शासकीय विभागों में फूड टैक्नालॉजिस्ट, फूड माइक्रो बायोलाजिस्ट, फूड सेफ्टी ऑफिसर, फूड क्वालिटी एनालिस्ट, फूड कैमिस्ट जैसे रोजगार के अवसर उपलब्ध है। विगत वर्षों में यह भी पाया गया है, कि उपाधि धारक को इस विषय में उच्च अध्ययन हेतु देश ही नहीं विदेशों में भी कैरियर के अनेक अवसर उपलब्ध होते है

इस पाठ्यक्रम की प्रति सेमेस्टर की फीस लगभग रू. 13,000 है, एवं शासन स्तर से निर्धारित सभी प्रकार के आरक्षण के नियमों का पालन कर प्रवेश दिया जाता है। तथा आरक्षित वर्ग को शासन स्तर से प्राप्त होने वाली स्कॉलरशिप की भी सुविधा इस महाविद्यालय में उपलब्ध है। इच्छुक विद्यार्थी एवं पालकगण कार्यालयीन दिवस पर महाविद्यालय भ्रमण कर अन्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते है।

2. खाद्य अभियांत्रिकी, खाद्य प्रौद्योगिकी, खाद्य रसायन, खाद्य माइक्रोबायोलाजी, खाद्य व्यापार प्रबंधन, खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता जॉच से संबंधित विषयों को महत्व के अनुसार शिक्षण एवं प्रायोगिक कार्य हेतु अलग-अलग घण्टे निर्धारित किये गये हैं। अंतिम वर्ष के विद्यार्थीयों को खाद्य प्रौद्योगिकी से संबंधित संस्थानों / केन्द्रों / इंडस्टीज जैसे बेकरी उद्योग, रेडी-टू– ईट फूड, विभिन्न प्रकार के बेवरेजेज, खाद्यान्नों की पिसाई यूनिट, खाद्य तेल से संबंधित उद्योग, फल और सब्जी के विभिन्न मुल्यवर्धित पदार्थ तथा इनकी पैकेजिंग, दुग्ध एवं दुग्ध-निर्मित उत्पाद, अनाज प्रसंस्करण, कन्फेक्शनरी, चॉकलेट, सोया–निर्मित उत्पाद, नमकीन, स्नैक्स, चिप्स, बिस्कुट, तरह तरह के मसाला उद्योग में प्रशिक्षण हेतु अनुलग्न किया जावेगा एवं संतोषजनक प्रशिक्षण के पश्चात विद्यार्थी उपाधी हेतु योग्य होगा। बी.टेक (फुड टेक्नालाजी) स्नातक खाद्य प्रसंस्करण/खाद्य प्रौद्योगिकी संबंधित क्षेत्र के शासकीय / निजी संस्थान / उपक्रम में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं तथा देश/ विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों / संस्थानों में उच्च अध्ययन हेतु प्रवेश ले सकते हैं।

B.Tech. (Food Tech. ) एक नवीन कैरियर सम्भावना ( 2023-24 में सभी छात्रों को खाद्य उद्योगों से कैंपस के द्वारा प्लेसमेंट का ऑफर)

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में संचालित College of Food Technology छ.ग. के छात्र-छात्राओं के लिए एक नए कैरियर की सम्भावना लेकर आया है। इस सत्र 2023-24 में कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं को छ.ग. के विभिन्न खाद्य आधारित उद्योगों में कैम्पस के द्वारा जॉब ऑफर किया गया है ।

ज्ञात हो कि College of Food Technology में संचालित B.Tech. (Food Tech.) को कोर्ष ICAR द्वारा मान्यता प्राप्त है, तथा इसका Syllbus उद्योग को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस कोर्स के अंतिम वर्ष का पाठ्यक्रम पूर्णरूप से व्यवहारिक रूप से बना है, जिसमें एक सेमेस्टर का खाद्य उद्योग में इंटर्नशीप का प्रावधान है। इस वर्ष इंटर्नशीप के दौरान ही इस संस्था के समस्त छात्र-छात्राओं का जॉब ऑफर मिल गया था ।

इस संस्था में प्रवेश हेतु अहर्ता कक्षा बारहवीं में गणित विषय लेकर उत्तीर्ण होना आवश्यक है। साथ ही छ.ग. पी.ई.टी. परीक्षा या जे.ई.ई. मेंस में भी प्रावीण्यता होने से प्रवेश की सम्भावना अधिक होगी । ज्ञात हो कि आने वाले वर्षों में प्रदेश में कई नए खाद्य उद्योग शुरू होने की प्रबल सम्भावना है, जिनमें Food Technologist की आवश्यकता होगी । अतः यह विषय, कैरियर के रूप में प्रदेश के छात्र - छात्राओं के लिए नया अवसर है।

शासकीय फूड टेक्नालॉजी, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा संचालित 4 वर्षीय पाठ्यक्रम के पश्चात् बी. टेक. (फुड टेक्नालाजी) की उपाधि प्रदान की जा रही है । इसका सिलेबस भारतीय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई. सी. ए. आर.) नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित हैं । इस बी. टेक. (फुड टेक्नालाजी) कोर्स की 36 सीटों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी को गणित, भौतिक, रसायन विषय के साथ 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य हैं तथा व्यापम छत्तीसगढ द्वारा आयोजित पी.ई.टी. की परीक्षा में प्रावीणता के आधार पर प्रवेश दिया जाता हैं। वर्ष 2022-23 में इस पाठयक्रम में प्रवेश का विज्ञापन शीघ्र ही जारी किया जावेगा एवं अधिक जानकारी हेतु www.igkv.ac.in का भ्रमण करें। प्रवेश संबंधित जानकारी हेतु 9425525249 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं।

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