
हासिम खान
रायपुर : कैंसर के लक्षणों की समय पर पहचान और जांच कर संभावित रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में 60 नर्सों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज से यहाँ शुरू हुआ । यह प्रशिक्षण राजधानी के पं.जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, कालीबाड़ी एवं जिला अस्पताल में आयोजित किया जा रहा है ।
नेशनल प्रोग्राम फार कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कैंसर, कार्टियक कार्डियोवस्कुलर डिजिज डिसीजेस एंड स्ट्रोक (एनपीसीडीसीएस ) के उप संचालक डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया: ‘’प्रशिक्षण का उद्देश्य समय रहते मुख, योनि एवं स्तन कैंसर के संभावित लक्षणों की जांच कर बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है । किसी भी प्रकार का कैंसर समय रहते पहचान होने पर उसका इलाज किया जा सकता है, साथ ही रोगी के जीवन काल को बढ़ाया जा सकता है।‘’
इस साल विश्व कैंसर दिवस की थीम “क्लोज द केयर गैप” निर्धारित की गई है जो कैंसर देखभाल में असमानताओं की पहचान करने और उनका आकलन करने के लिए समर्पित है। इसी को आगे बढ़ते हुए जिले में तीन जगह प्रशिक्षण आयोजित किया है । मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी में सर्वाइकल (यौनि) कैंसर, डॉ.कविता धनशेखरण, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च (राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम और अनुसंधान संस्थान) (एनआईसीपीआर) नई दिल्ली, द्वारा दिया गया और जिला अस्पताल में ओरल (मुख) कैंसर, एडिशनल प्रोफेसर ओरल मेडिसिन एवं रेडियोलॉजिस्ट डॉ.शालिनी गुप्ता अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली द्वारा दिया है । पं.जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में स्तन (ब्रेस्ट) कैंसर का प्रशिक्षण डॉ.अनुराग श्रीवास्तव, एक्स एचओडी सर्जरी विभाग अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली द्वारा दिया गया|
प्रशिक्षण के उपरांत ओपीडी में आए लोगों की कैंसर जांच प्रशिक्षणार्थी द्वारा करवाई गई जिससे प्रतिभागियों की समझ को विकसित किया जा सके और लक्षण को पहचान कर स्क्रीनिंग में आसानी हो ।
मुख कैंसर के लक्षण
मुंह में सफेद /लाल/ चकत्ता / घाव होना । किसी जगह त्वचा का कड़ा हो जाना । ऐसे घाव जो 1 माह से अधिक अवधि तक ना भरे । मसालेदार भोजन का मुंह के अंदर सहन ना होना । मुंह खोलने में कठिनाई । जीभ को बाहर निकालने में कठिनाई । आवाज में परिवर्तन (नाक से बोलना) । अत्याधिक लार का स्राव । चबाने /निगलने/ बोलने में कठिनाई होना ।
गर्भाशय कैंसर के सामान्य लक्षण
रजोनिवृत्ति के पश्चात रक्त स्राव । योनि संबंध के पश्चात रक्त स्राव । अनियमित माहवारी रक्तस्राव । योनि से रक्त मिश्रित सफेद पानी का रिसाव । पीठ दर्द ,पेट के निचले भाग में दर्द ।
स्तन कैंसर के सामान्य लक्षण
स्तन के आकार में बदलाव । स्तनाग्र का अंदर घेंसना,स्थिति या आकार में बदलाव । स्तनाग्र पर या उसके इर्द-गिर्द लाल चकत्ते । स्तनाग्र में किसी प्रकार का असामान्य रिसाव । स्तनों में गांठ, स्तन या कांख में निरंतर दर्द ।