Emergency Film: भाजपा सांसद व फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म- इमरजेंसी के विरोध में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका जबलपुर की सिख संगत और इंदौर की सिंह महासभा की ओर से दायर की गई है।
दो सितंबर को याचिका पर सुनवाई
याचिका पर दो सितंबर को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा व न्यायमूर्ति विनय सराफ की युगलपीठ सुनवाई करेगी। अधिवक्ता नरिंदर पाल सिंह रूपराह ने बताया कि याचिका में अभिनेत्री कंगना रनौत के अलावा भारत सरकार, सेंसर बोर्ड, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब को पक्षकार बनाया गया है।
अभी नहीं मिली मंजूरी
कंगना रनौत की आगामी फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। इमरजेंसी के बैन की मांग के बीच कंगना रनौत ने दावा किया है कि अभी तक फिल्म को CBFC से मंजूरी नहीं मिली है। फिल्म की कहानी 1975 में हुए इमरजेंसी पर आधारित है।
सिख समुदाय आक्रोशित
याचिका में इस बात का जिक्र किया गया है कि फिल्म इमरजेंसी की रिलीज से पहले ही देशभर के सिख समुदाय में गुस्सा है, क्योंकि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करने की आशंका है, इसीलिए इस फिल्म की रिलीज करने से रोकने की मांग की गई है।
कोर्ट ने कई पक्षकारों को जारी किया नोटिस
गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने इस मामले में सभी पक्षकारों को नोटिस जारी किया. कंगना रनौत के मणिकर्णिका प्रोडक्शंस, केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सेंसर बोर्ड समेत अन्य को कोर्ट की तरफ से नोटिस गया है। वहीं, सुनवाई के दौरान जो पक्षकार मौजूद नहीं थे, उन्हें इलेक्ट्रॉनिक मोड से नोटिस जारी किया गया है।
'मेरी फिल्म पर ही लगी इमरजेंसी'
हाल ही में कंगना रनौत ने शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट में ‘इमरजेंसी’ की रिलीज डेट टलने पर निराशा जताई थी। एक्ट्रेस ने कहा, "मेरी फिल्म पर ही इमरजेंसी लग गई है, ये निराशजनक स्थिति है।मैं अपने देश से बहुत निराश हूं।" (एजेंसी)