
रीता भुइयार जी के वॉल से
एक आंदोलन ने भ्रष्टाचार मुक्त लोकपाल" पर काम कर 2G घोटाले का हवाला देकर, एक को मुख्यमंत्री दूसरे को राज्यपाल और तीसरे को योग का व्यापारी बना डाला..4,..5,...6..9... विचारों का तालमेल देखो, दिल्ली में तो अच्छी और लगभग फ्री शिक्षा कर पूरे देश की शिक्षा को महंगा कर डाला, जिस आरटीआई से खुल रहे थे घोटाले, उस आरटीआई को ही कमजोर कर डाला, कभी सुना था ऑनलाइन शिकायत करना, आज पढ़ाई को भी ऑनलाइन कर डाला, बात यहां तक न रुकी, जिस देश में एक व्यक्ति के आंदोलन से सरकार हील और गिर जाया करती थी, आज लाखों की संख्या में आन्दोलन करने वाली जनता को भी कुचल डाला, कभी बोला करते थे भारत सरकार या प्रदेश सरकार, आज हमने भारत सरकार और प्रदेश सरकार को ही एक व्यक्ति की सरकार का नाम दे डाला, बदला तो बहुत कुछ है हमारे शब्दों में लेकिन मीडिया ने जो खेल खेला है, वो अभी हमने कहां जाना, एक तरफ फिल्म के माध्यम से आजादी को देशद्रोही का नाम दे डाला, वही दुसरी ओर मेरे देश का गरीब युवा एक नोकरी न मिलने पर अपनी ही हत्या कर डाला, दूसरी ओर मेरे देश के मतअधिकार को पारदर्शी न करके, अधिकार के साथ धर्मनिरपेक्ष का नामो निशान मिटा डाला, ये मेरा वो ही देश है जो अग्रेजों और मुगलों से आजादी पाकर ये गीत गुनगुनाया करता था, रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम, ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सब को सन्मति दे भगवान, लेकिन इस गीत गुनगुनाने वाले व्यक्ति को किसने गोलियों से छलनी कर डाला, लेकिन आज धर्म जाति के नाम पर जो नफरत फ़ैलाने का काम किया जा रहा है, उससे मेरा देश मजबूत नहीं बल्कि कमजोर हो रहा है |
उठो जागो मेरे भारत के युवाओं आपकी शिक्षा चिकित्सा इंसाफ और प्रत्येक दिन के यातायात एवम् खान पीन को महंगा कर, पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है, और गरीब बच्चो के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है।
Reeta Bhuiyar जिला बिजनौर उप्र भारत